शादी से पहले CIBIL स्कोर हुआ चेक, रिपोर्ट ने कर दिया रिश्ता खत्म

शादी की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी थीं, दोनों परिवार खुश थे। लेकिन जैसे ही दूल्हे का सिबिल स्कोर चेक किया गया, स्थिति पूरी तरह बदल गई। लड़के का स्कोर उम्मीद से काफी कम था, और इसे देखते ही लड़की वालों के होश उड़ गए। इस घटनाक्रम के बाद, परिवार में निराशा और हताशा का माहौल छा गया।
क्या होता है सिबिल स्कोर?
सिबिल स्कोर एक महत्वपूर्ण वित्तीय मानक है जो यह बताता है कि कोई व्यक्ति अपने वित्तीय दायित्वों को कितनी गंभीरता से निभाता है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है और जितना अधिक होता है, उतना ही बेहतर माना जाता है। बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान लोन देने से पहले इस स्कोर को जरूर चेक करते हैं, लेकिन अब यह व्यक्तिगत जीवन के फैसलों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने लगा है।
कहां की है यह घटना?
महाराष्ट्र के मुरतिजापुर में यह चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक शादी सिर्फ इस वजह से टूट गई क्योंकि लड़के का सिबिल स्कोर कम था। पहले ज्यादातर शादियां कुंडली के मिलान या पारिवारिक कारणों से टूटती थीं, लेकिन यह मामला कुछ अलग है।
दूल्हे पर थे भारी लोन
रिश्ता पहले ही तय हो चुका था, लेकिन लड़की के मामा ने दूल्हे की वित्तीय स्थिति की जानकारी मांगी। जब सिबिल रिपोर्ट सामने आई, तो पता चला कि दूल्हे ने कई लोन ले रखे हैं और उसकी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। यह देखते ही लड़की के परिवार ने रिश्ता तोड़ने का फैसला कर लिया। उनका कहना था कि बेटी के भविष्य को देखते हुए यह निर्णय जरूरी था।
लड़की के मामा ने क्या कहा?
लड़की के मामा ने चिंता जताई, "अगर लड़का पहले से कर्ज में डूबा है, तो शादी के बाद स्थिति और बिगड़ सकती है। हम अपनी बेटी को ऐसी स्थिति में क्यों डालें?"
इस घटना से यह साफ होता है कि आजकल आर्थिक स्थिरता रिश्तों के फैसलों में अहम भूमिका निभाने लगी है। हालांकि, यह भी एक बहस का विषय है कि अगर लड़कियां अपने जीवनसाथी के लिए वित्तीय स्थिरता चाहती हैं, तो दहेज की मांग करने में क्या गलत है? ऐसे मुद्दे समाज में विचार-विमर्श को जन्म देते हैं और रिश्तों में वित्तीय पहलू की नई परिभाषा सामने लाते हैं।