सावधान! सावन में ये 5 काम करने से हो सकती है धन हानि, इन 5 कामों से करें परहेज

22, 29 जुलाई, 5, 12, 19 अगस्त को रखा जाएगा सावन सोमवार का व्रत। सनातन धर्म में सावन महीने का अत्यधिक धार्मिक महत्व है। सावन के सोमवार पर भक्त उपवास रखते हैं और अगले दिन पारण करते हैं। 
सावधान! सावन में ये 5 काम करने से हो सकती है धन हानि, इन 5 कामों से करें परहेज
दून हॉराइज़न, नई दिल्ली

इसके अलावा कुछ साधक विशेष पूजा करने के लिए भगवान शिव के मंदिर भी जाते हैं। सावन के महीने में इस साल 5 सोमवार पड़ेंगे। 2 सोमवार जुलाई के महीने में और 3 सोमवार अगस्त के महीने में। सावन के महीने के दौरान कुछ चीजों को करने से भगवान शिव नाराज हो सकते हैं और आर्थिक स्थिति भी डगमगा सकती है। इसलिए व्रत रखा हो या नहीं सावन के महीने में भूलकर भी न करें ये काम-

सावन में क्या न करें?

सिंदूर : शिवलिंग पर कभी भी सिंदूर और कुमकुम अर्पित नहीं करना चाहिए। शिव जी सृष्टि के संहारकर्ता के रूप में भी जाने जाते हैं। वहीं, सुहाग की रक्षा और लंबी उम्र की कामना के लिए पार्वती माता को शृंगार का सामान चढ़ाएं।

मास-मदिरा : सावन के महीने में भूलकर भी मास-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इस महीने तामसिक भोजन का सेवन करने से भगवान शिव नाराज हो सकते हैं।

हल्दी : सावन के महीने में शिव की पूजा के दौरान हल्दी का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। मान्यता है हल्दी को शिवलिंग पर अर्पित करने से दोष लगता है।

तुलसी की पत्तियां : तुलसी की पत्तियां भगवान शिव को अर्पित नहीं करनी चाहिए। तुलसी जी माता लक्ष्मी का रूप मानी गयी हैं, जो विष्णु जी की पत्नी हैं। इसलिए शिव पूजा के दौरान भूलकर भी तुलसी की पत्तियों को न तो शिव जी को भोग लगाना चाहिए और न ही तुलसी की माला से शिव मंत्र का जाप करना चाहिए।

अपमान : कोशिश करें की इस महीने आप किसी का दिल न दुखाएं और वाद-विवाद से भी बचें। किसी का भी अपमान करने से बचें और न ही किसी का मजाक उड़ाएं।

शंख जलाभिषेक : भगवान शिव की पूजा में शंख का इस्तेमाल भी वर्जित माना गया है। भगवान शिव ने शंखचूड़ नामक दैत्य का वध किया था। इसलिए शंख से कभी भी शिव जी का जलाभिषेक नहीं करना चाहिए।

 
 

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