Vastu For Home : क्या आपके घर में छिपा है भूमि दोष? इन संकेतों को न करें नजरअंदाज

Vastu For Home : घर में बार-बार तनाव, आर्थिक तंगी या बीमारी आ रही है? हो सकता है इसका कारण भूमि दोष हो। जानिए इसके लक्षण, जांच के तरीके और वास्तु शास्त्र अनुसार समाधान।
Vastu For Home : क्या आपके घर में छिपा है भूमि दोष? इन संकेतों को न करें नजरअंदाज

Vastu For Home : कभी-कभी हमारे जीवन में समस्याएं बिना किसी ठोस कारण के बार-बार सिर उठाती हैं – जैसे घर में कलह, आर्थिक तंगी, बार-बार बीमारियाँ या करियर में रुकावटें। यदि ये सब कुछ लंबे समय से हो रहा है, तो यह भूमि दोष का संकेत हो सकता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार, जिस ज़मीन पर घर बनता है, उसकी ऊर्जा हमारे जीवन को सीधा प्रभावित करती है। इसीलिए किसी भी निर्माण कार्य से पहले भूमि की गुणवत्ता और शुभता की जांच बेहद आवश्यक मानी गई है।

भूमि दोष के लक्षण: कैसे पहचाने कि ज़मीन दोषपूर्ण है?

अगर घर में लगातार नकारात्मक घटनाएं हो रही हैं – जैसे बार-बार घर के सदस्यों में तनाव, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, या आर्थिक नुकसान – तो यह संकेत हो सकते हैं कि ज़मीन वास्तु अनुसार उपयुक्त नहीं है।

एक और गंभीर संकेत यह हो सकता है कि आपकी ज़मीन पूरी तरह बंजर हो, जबकि आस-पास हरियाली हो। यही नहीं, यदि घर के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बार-बार खराब होते हैं या कोई कार्य सफल नहीं होता, तो समझिए ज़मीन में ही कुछ गड़बड़ है।

भूमि की जांच: मिट्टी बताएगी भूमि शुभ है या अशुभ

वास्तु शास्त्र के अनुसार, भूमि की जांच उसके रंग, गंध और स्वाद से की जाती है। यह जांच करने के लिए भूमि की ऊपरी परत हटाकर नीचे की मिट्टी को देखना होता है:

  • श्वेत, सुगंधित, और मीठी मिट्टी (ब्राह्मणी) – आध्यात्मिक और शांतिपूर्ण जीवन के लिए श्रेष्ठ
  • लाल, तीखी गंध वाली मिट्टी (क्षत्रिय) – प्रशासनिक वर्चस्व बढ़ाने वाली
  • हल्की पीली, खट्टी मिट्टी (वैश्य) – व्यापार में सफलता देने वाली
  • काली, कड़वी मिट्टी (शुद्ध) – सर्वजन के लिए शुभ मानी जाती है

इनके अलावा, एक आसान परीक्षण है: गड्ढा खोदकर उसमें पानी भरें और पूर्व दिशा में 100 कदम जाएं। लौटने पर अगर पानी जस का तस हो तो भूमि उत्तम मानी जाती है, अगर आधा रह जाए तो सामान्य और अगर सूख जाए तो भूमि दोषपूर्ण मानी जाती है।

भूमि दोष के आसान और प्रभावी समाधान

अगर भूमि दोष की पुष्टि हो जाए तो घबराने की जरूरत नहीं है। वास्तु शास्त्र में इसके लिए कई उपाय सुझाए गए हैं:

  • घर के मुख्य द्वार पर काले घोड़े की नाल लगाएं
  • सुबह और शाम कपूर का दीपक जलाकर घर के चारों कोनों में दिखाएं
  • गंगाजल का छिड़काव करने से नकारात्मक ऊर्जा हटती है
  • ज़मीन को 1.5 से 2 फीट तक खुदवाकर ऊपर की मिट्टी हटवाना भी लाभदायक होता है
  • यदि समस्या गंभीर हो, तो किसी वास्तु विशेषज्ञ से सलाह लेना सर्वोत्तम रहेगा

शुभ भूमि कैसी होनी चाहिए?

शुभ भूमि की पहचान यह है कि वह हरियाली युक्त हो, जिसमें अपने आप फूल-पौधे उग आएं। ऐसी ज़मीन में श्वेत, काली या हल्की पीली मिट्टी हो तो वह बहुत शुभ मानी जाती है।

वहीं दूसरी ओर, कांटेदार पेड़, गड्ढे, खंडहर या निर्जन स्थानों वाली भूमि से बचना चाहिए। ये भूमि प्रकार जीवन में बाधाएं ला सकते हैं।

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