Vastu Tips : बाथरूम का वास्तु दोष दूर करें, जानें किस दिशा में बनाना है बाथरूम
Vastu Tips : लाइफ में पॉजिटिविटी बढ़ाने के लिए वास्तु के नियमों का पालन करना बेहद जरूरी माना गया है।
Updated:
Sep 9, 2024, 00:13 IST
दून हॉराइज़न, नई दिल्ली
मान्यता है कि घर में बेडरूम, किचन, पूजाघर, समेत अन्य कमरों का वास्तु ठीक होने पर जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं रहती है।
वास्तु के अनुसार, घर के अन्य कमरों में वास्तु का ध्यान रखने के साथ बाथरूम में वास्तु से जुड़ी कुछ गलतियां करने से बचना चाहिए। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभाग के असिस्टेन्ट प्रोफेसर और समन्वयक डॉ नन्दन कुमार तिवारी द्वारा लिखी गई किताब 'गृह निर्माण विवेचन' से बाथरूम से जुड़े वास्तु टिप्स के बारे में जानते हैं।
बाथरूम से जुड़े वास्तु टिप्स :
- मॉडर्न कल्चर में बेडरूम में ही बाथरूम और टॉयलेट बनाने की परंपरा है। हालांकि, वास्तु की दृष्टि से यह सही नहीं माना गया है।
- वास्तु के अनुसार, पूर्व दिशा में बाथरूम का निर्माण करवाना अच्छा माना जाता है।
- बेडरूम के साथ भी बाथरूम बनवाना हो,तो पूर्व की दिशा उचित मानी गई है।
- बाथरूम में खिड़कियां पूर्व,उत्तर या ईशान कोण में लगवाना चाहिए।
- बाथरूम का दरवाजा पूर्व या उत्तर दिशा में रखना शुभ होता है।
- वहीं, नल,शॉवर और वाशबेसिन के लिए पूर्व या उत्तर की दिशा सही होती है।
- हीटर या गीजर बाथरूम के आग्नेय कोण में लगवाना चाहिए।
- बाथरूम में बाथ टब दक्षिण से उत्तर की ओर या पूर्व से पश्चिम की ओर रखना चाहिए।
- वास्तु के अनुसार, बाथरूम की दिवारों का रंग हल्का होना चाहिए।
- बाथरूम के बगल या ऊपर-नीचे किचन का निर्माण करवाना सही नहीं माना जाता है।
- इसके अलावा बाथरूम की साफ-सफाई का खास ध्यान रखें।