Haryana Weather: हरियाणा में अचानक मौसम ने ली करवट, दिल्ली-NCR में आज तेज़ हवाओं का अलर्ट

Haryana Weather : हरियाणा में इन दिनों मौसम ने करवट ले ली है। कुछ दिन पहले तक गर्मी अपनी चरम सीमा पर थी, लेकिन अब अचानक ठंडी हवाओं ने पूरे राज्य को अपनी चपेट में ले लिया है। देर शाम से शुरू हुई इन हवाओं ने लोगों को फिर से सर्दी का एहसास करा दिया। कुरुक्षेत्र, कैथल, सिरसा, जींद और करनाल जैसे जिलों में तापमान में खासी गिरावट देखी गई है। ये बदलाव न सिर्फ लोगों के लिए चौंकाने वाला है, बल्कि आने वाले दिनों में मौसम का मिजाज और भी रोमांचक होने वाला है।
ठंडी हवाओं ने बदला मौसम का रंग
हरियाणा में मौसम का यह अनोखा खेल देखने को मिल रहा है। जहां दिन में धूप खिली रहती है, वहीं शाम होते ही ठंडी हवाएं चलने लगती हैं। मौसम विज्ञान विभाग ने ताजा अलर्ट जारी करते हुए बताया कि दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा के कई हिस्सों में तेज हवाएं चलने की संभावना है। इन हवाओं के साथ तापमान में और कमी आ सकती है। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती परिसंचरण का नतीजा है, जो उत्तरी भारत के मौसम को प्रभावित कर रहा है।
देश के अन्य हिस्सों में भी मौसम की हलचल
हरियाणा के साथ-साथ देश के कई अन्य राज्यों में भी मौसम अपने रंग दिखा रहा है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भारी बर्फबारी का अनुमान है, तो महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। दूसरी ओर, ओडिशा में लू की चेतावनी जारी की गई है, जबकि गुजरात और पूर्वी भारत में गर्मी बढ़ रही है। ये सभी बदलाव मौसम को और भी अनिश्चित बना रहे हैं, जिसका असर आम लोगों के साथ-साथ किसानों पर भी पड़ रहा है।
विशेषज्ञ की राय
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि हरियाणा में 2 अप्रैल तक मौसम ज्यादातर शुष्क रह सकता है। इस दौरान हवाओं की गति में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा, जिससे दिन का तापमान थोड़ा नीचे आ सकता है। 29 और 30 मार्च को पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हल्के बादल और नमी बढ़ने की संभावना है, लेकिन इसके बाद मौसम फिर से साफ हो जाएगा। डॉ. खीचड़ की यह भविष्यवाणी किसानों और आम लोगों के लिए राहत की खबर लेकर आई है।
हरियाणा के लोगों के लिए सलाह
मौसम में हो रहे इन बदलावों को देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। ठंडी हवाओं से बचने के लिए गर्म कपड़े तैयार रखें और तापमान में गिरावट को देखते हुए स्वास्थ्य का ध्यान रखें। खासकर बच्चों और बुजुर्गों को इस मौसम में अतिरिक्त देखभाल की जरूरत हो सकती है। साथ ही, किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसलों की स्थिति पर नजर रखें और मौसम के हिसाब से तैयारी करें।