Haryana Weather Update : दिल्ली-हरियाणा में फिर छूएगा पारा 40°C! जानिए कब तक झेलनी पड़ेगी गर्मी की ये लहर

Haryana Weather Update : उत्तर-पश्चिम भारत में मई 2025 के अंत में प्री-मानसून बारिश ने गर्मी से राहत दी, लेकिन 6 जून से शुष्क और गर्म मौसम की वापसी होगी। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
Haryana Weather Update : दिल्ली-हरियाणा में फिर छूएगा पारा 40°C! जानिए कब तक झेलनी पड़ेगी गर्मी की ये लहर

Haryana Weather Update : उत्तर-पश्चिम भारत में मई 2025 के अंत में आई तेज आंधी और बारिश ने लोगों को भीषण गर्मी से राहत दिलाई। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में प्री-मानसून बारिश ने तापमान को काफी हद तक नियंत्रित किया। जून की शुरुआत में ठंडी हवाओं और बादलों ने मौसम को सुहाना बनाए रखा।

लेकिन अब मौसम का मिजाज बदलने वाला है। आइए जानते हैं कि आने वाले दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत में मौसम कैसा रहेगा और लोगों को किन परिस्थितियों के लिए तैयार रहना चाहिए।

हल्की बारिश और गरज-चमक की संभावना

मौसम विभाग (India Meteorological Department) की ताजा जानकारी के अनुसार, अगले 24 से 48 घंटों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। कुछ इलाकों में ओले गिरने की भी संभावना है। यह प्री-मानसूनी गतिविधियां मौसम को थोड़ा नम और ठंडा रखेंगी। लेकिन यह राहत ज्यादा लंबी नहीं चलेगी, क्योंकि 6 जून 2025 से मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।

शुष्क हवाओं के साथ गर्मी की वापसी

6 जून से उत्तर-पश्चिम भारत में शुष्क और गर्म उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने लगेंगी। ये हवाएं नमी को पूरी तरह खत्म कर देंगी, जिससे उमस में कमी आएगी और आसमान साफ हो जाएगा। साफ आसमान और तेज धूप के कारण तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होगी। राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली में पारा फिर से 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच सकता है।

यह शुष्क और गर्म मौसम 6 जून से 11 जून 2025 तक बना रहेगा, जिस दौरान बारिश की संभावना न के बराबर होगी। इस अवधि में लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है।

मानसून की शुरुआती दस्तक

11 जून 2025 के आसपास मौसम में फिर से बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश शुरू हो सकती है। इसके बाद 13 जून तक यह वर्षा बेल्ट पश्चिम की ओर बढ़ेगी और उत्तर-पश्चिम भारत के अन्य हिस्सों को कवर करेगी। इस दौरान हवाओं की दिशा भी बदलेगी।

शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाओं की जगह पूर्वी हवाएं चलेंगी, जो दक्षिण-पश्चिम मानसून की पूर्वी शाखा के इंडो-गंगा मैदान में प्रवेश का संकेत देंगी। यह बदलाव मानसून की शुरुआत का पहला चरण हो सकता है।

गर्मी से बचाव के लिए रहें तैयार

उत्तर-पश्चिम भारत के निवासियों को 6 जून से शुरू होने वाले गर्म और शुष्क मौसम के लिए तैयार रहना चाहिए। इस दौरान पानी की कमी न हो, इसके लिए हाइड्रेशन का ध्यान रखें और धूप से बचाव के उपाय अपनाएं। हालांकि, 11 जून के बाद बारिश की वापसी से मौसम फिर से सुहाना हो सकता है। यह बारिश प्री-मानसूनी गतिविधियों या मानसून के शुरुआती चरण का हिस्सा हो सकती है।

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