Haryana Weather: हरियाणा में फिर बदला मौसम! अगले 3 घंटे में इन जिलों में बरसेंगे बादल, अलर्ट जारी

Haryana Weather: हरियाणा में इन दिनों भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। सूरज की तपती किरणें और उमस भरी हवा ने आम जनजीवन को प्रभावित किया है। लेकिन अब मौसम में बदलाव की सुगबुगाहट है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग और भारत मौसम विज्ञान विभाग ने संयुक्त रूप से ताजा मौसम अपडेट जारी किया है।
इस अपडेट में अगले कुछ घंटों में हरियाणा के कई हिस्सों में बारिश की संभावना जताई गई है, जो गर्मी से राहत दिला सकती है। आइए, जानते हैं कि किन-किन इलाकों में बारिश का अनुमान है और इसका असर क्या होगा।
किन जिलों में होगी बारिश?
मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, आज 23 जून 2025 को दोपहर 12:30 बजे जारी मौसम पूर्वानुमान में अगले तीन घंटों के भीतर हरियाणा के कई जिलों में बारिश की संभावना है। फरीदाबाद, गुरुग्राम, भिवानी, झज्जर, रोहतक, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, सोनीपत, पानीपत और जींद जैसे जिले इस बारिश के दायरे में होंगे।
इन क्षेत्रों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी या हल्की बारिश हो सकती है। कुछ चुनिंदा इलाकों में मध्यम बारिश की भी संभावना है, जिसके साथ तेज हवाएं भी चल सकती हैं। यह बारिश गर्मी से जूझ रहे लोगों के लिए राहत की सांस लेकर आएगी।
किसानों और आम लोगों के लिए क्या मायने रखती है यह बारिश?
हरियाणा में खेती-बाड़ी का मौसम चल रहा है, और यह बारिश किसानों के लिए वरदान साबित हो सकती है। हल्की और मध्यम बारिश फसलों के लिए फायदेमंद होगी, खासकर उन क्षेत्रों में जहां पानी की कमी थी। हालांकि, मौसम विभाग ने सलाह दी है कि किसान और स्थानीय लोग तेज हवाओं और गरज-चमक के प्रति सतर्क रहें। आम लोगों को सुझाव है कि वे बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें और खुले में पेड़ों या बिजली के खंभों के पास जाने से बचें।
आगे का मौसम कैसा रहेगा?
मौसम विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में हरियाणा में मौसम का मिजाज मिला-जुला रहेगा। बारिश की संभावना कुछ क्षेत्रों में बनी रहेगी, लेकिन गर्मी और उमस का असर भी पूरी तरह खत्म नहीं होगा। इसलिए, लोगों को गर्मी से बचाव के उपाय अपनाने के साथ-साथ बारिश के लिए भी तैयार रहना चाहिए। मौसम विभाग की यह रिपोर्ट हरियाणा के लोगों के लिए एक जरूरी सूचना है, जो उनके दैनिक जीवन और खेती से जुड़े फैसलों को प्रभावित कर सकती है।