48 विधायकों के समर्थन से बनी नायब सरकार, विज नाराज रहते हुए भी रहे मौजूद

सीएम पद की शपथ लेने के एक दिन बाद, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को राज्य विधानसभा में विश्वास मत जीत लिया। सदन में बहुमत परीक्षण के लिए रखा गया प्रस्ताव ध्वनि मत के साथ पारित हो गया।
48 विधायकों के समर्थन से बनी नायब सरकार, विज नाराज रहते हुए भी रहे मौजूद
न्यूज डेस्क, दून हॉराइज़न, चंडीगढ़ (हरियाणा)

विपक्ष सीक्रेट बैलेट के जरिए मतदान कराने की मांग कर रहा था जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने खारिज कर दिया। विश्वास प्रस्ताव पेश करने के बाद हरियाणा विधानसभा को संबोधित करते हुए, नए सीएम नायब सिंह सैनी ने पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर की खूब तारीफ की। सैनी ने कहा कि उन्होंने “हरियाणा में शासन में सुधार के लिए मिशन मोड” में काम किया। 

सीएम ने कहा, “मैं एक साधारण पारिवारिक पृष्ठभूमि से आता हूं, मेरे परिवार में कोई भी राजनीति में नहीं है। मैं सिर्फ बीजेपी का एक पार्टी कार्यकर्ता हूं और आज मुझे इतना बड़ा मौका दिया गया है। मुझे कहना होगा कि यह केवल भाजपा जैसी पार्टी में ही संभव हो सकता है।” नाराज बताए जा रहे राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज सदन में मौजूद रहे।

हरियाणा विधानसभा में सदस्यों की संख्या 90 है। भाजपा के 41 सदस्य हैं जबकि उसे छह निर्दलीय तथा हरियाणा लोकहित पार्टी के एकमात्र विधायक गोपाल कांडा का भी समर्थन प्राप्त है। विधानसभा में जजपा के दस विधायक हैं जबकि मुख्य विपक्षी कांग्रेस के 30 और इंडियन नेशनल लोकदल का एक विधायक है।

इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शपथ लेने के एक दिन बाद बुधवार को विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया था। विधानसभा अध्यक्ष ने प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए दो घंटे का समय तय किया था।

विश्वास प्रस्ताव रखे जाने और इस पर चर्चा शुरू होने पर जननायक जनता पार्टी (जजपा) के विधायक देवेंद्र सिंह बबली, राम कुमार गौतम, ईश्वर सिंह, राम निवास और जोगी राम सिहाग सदन से बाहर चले गए। बता दें कि जजपा ने बुधवार को व्हिप जारी कर अपने 10 विधायकों को विश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान सदन से अनुपस्थित रहने को कहा था।

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