Yamuna Expressway: जेवर एयरपोर्ट की तरफ नहीं है कोई रास्ता, फिर भी बोर्ड पर तीर! NHAI की इस भूल पर मचा बवाल

Yamuna Expressway: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए एनएचएआई 31 किमी लंबा यमुना एक्सप्रेसवे बना रहा है। जेवर-फरीदाबाद कनेक्टिविटी के लिए 8 लूप इंटरचेंज तैयार किया गया, लेकिन गलत साइन बोर्ड से यात्री भ्रमित हो रहे हैं। प्रोजेक्ट लगभग पूरा।
Yamuna Expressway: जेवर एयरपोर्ट की तरफ नहीं है कोई रास्ता, फिर भी बोर्ड पर तीर! NHAI की इस भूल पर मचा बवाल

Yamuna Expressway: राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) इन दिनों एक बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है, जो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने का सपना साकार करेगा। इसके लिए 31 किलोमीटर लंबा एक नया एक्सप्रेसवे तैयार किया जा रहा है, जो ग्रेटर नोएडा, आगरा और जेवर जैसे इलाकों को हवाई अड्डे और प्रमुख शहरों से कनेक्ट करेगा। इस प्रोजेक्ट का मकसद यात्रियों को तेज और सुविधाजनक सफर देना है, लेकिन इस बीच कुछ गलतियां भी सुर्खियों में आ रही हैं। आइए, इस खबर को करीब से समझते हैं।

आठ लूप वाला इंटरचेंज 

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए एनएचएआई ने खास इंतजाम किए हैं। इसके तहत एयरपोर्ट से महज 500 मीटर की दूरी पर एक लिंक एक्सप्रेसवे बनाया गया है, जो यमुना एक्सप्रेसवे से मिलता है। इतना ही नहीं, ग्रेटर नोएडा और जेवर से आने-जाने वाले यात्रियों की सहूलियत के लिए आठ लूप वाला एक शानदार इंटरचेंज भी तैयार किया गया है। यह इंटरचेंज जेवर से फरीदाबाद तक की 31 किलोमीटर की दूरी को आसान बनाएगा। एनएचएआई का दावा है कि यह प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा, और इसका निर्माण लगभग पूरा होने की कगार पर है।

साइन बोर्ड का भ्रम 

लेकिन हर चमकती चीज सोना नहीं होती। इस शानदार प्रोजेक्ट के बीच एक छोटी सी चूक ने लोगों का ध्यान खींचा है। यमुना एक्सप्रेसवे के 31.5 किलोमीटर पर लगे एक साइन बोर्ड ने यात्रियों को उलझन में डाल दिया है। इस बोर्ड पर लिखा है कि जेवर सिर्फ 500 मीटर दूर है और फरीदाबाद 1 किलोमीटर की दूरी पर।

लेकिन हैरानी की बात ये है कि तीर जिस दिशा में इशारा कर रहा है, वहां जेवर की ओर जाने का कोई रास्ता ही नहीं है! नतीजा? जेवर जाने वाले लोग इस गलत संकेत को देखकर भटक रहे हैं। यह छोटी सी गलती न सिर्फ यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बनी है, बल्कि एनएचएआई की साख पर भी सवाल उठा रही है।

क्या है इस प्रोजेक्ट की अहमियत?

यह नया एक्सप्रेसवे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़कर इस क्षेत्र में आवागमन को सुलभ बनाएगा। ग्रेटर नोएडा से एयरपोर्ट या फिर आगरा से दिल्ली तक का सफर अब पहले से कहीं ज्यादा तेज और आरामदायक होने की उम्मीद है। खास तौर पर जेवर और फरीदाबाद के बीच की कनेक्टिविटी बेहतर होने से स्थानीय लोगों और व्यापारियों को भी फायदा होगा। लेकिन साइन बोर्ड जैसी छोटी-छोटी कमियों को जल्द ठीक करना जरूरी है, ताकि इस प्रोजेक्ट का पूरा लाभ लोगों तक पहुंच सके।

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