राज्य में शुरू की गई तीर्थयात्रा योजना एक प्रचार स्टंट : दलजीत सिंह चीमा

डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना की परिकल्पना 2015 में प्रकाश सिंह बादल की अगुवाई वाली सरकार ने की थी और इसे एक जनवरी 2016 को लागू किया गया था। यह योजना मार्च 2017 तक सफलतापूर्वक चल रही थी और कांग्रेस सरकार बनने के बाद इसे बिना किसी कारण के बंद कर दिया गया।
राज्य में शुरू की गई तीर्थयात्रा योजना एक प्रचार स्टंट :  दलजीत सिंह चीमा 
न्यूज डेस्क, दून हॉराइज़न, चंडीगढ़ (पंजाब)

शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा सोमवार को राज्य में शुरू की गई तीर्थयात्रा योजना को एक प्रचार स्टंट करार देते हुए कहा है कि यह योजना पंजाब में करीब आठ साल पहले एक जनवरी, 2016 को बादल सरकार ने शुरू की थी।

शिअद ने मुख्यमंत्री से कहा कि वह राज्य के खजाने को केजरीवाल का आधार बढ़ाने पर बर्बाद करना बंद करें।

सोमवार को जारी एक प्रेस बयान में पार्टी के सीनियर नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना की परिकल्पना 2015 में प्रकाश सिंह बादल की अगुवाई वाली सरकार ने की थी और इसे एक जनवरी 2016 को लागू किया गया था।

यह योजना मार्च 2017 तक सफलतापूर्वक चल रही थी और कांग्रेस सरकार बनने के बाद इसे बिना किसी कारण के बंद कर दिया गया। अब भगवंत मान की अगुवाई वाली आप सरकार अपनी विफलता से लोगों का ध्यान हटाने के लिए इस योजना को फिर से शुरू कर पंजाबियों को मूर्ख बनाने की कोशिश कर रही है। यह आप का प्रचार स्टंट है।

चीमा ने तीर्थयात्रा योजना का लाभ लेने के लिए निर्धारित किए गए 52000 लोगों के बारे में हैरानी प्रकट करते हुए कहा कि इस सरकार ने 2024 की शुरुआत में लोकसभा चुनाव को देखते हुए इस योजना को केवल तीन महीनों के लिए शुरू किया है, जबकि बादल सरकार के समय यह योजना चलाई गई थी और डेढ़ साल से अधिक समय तक इसे चलाया गया था। 

मुख्यमंत्री मान को छोटी अवधि के लिए योजनाएं शुरू करने के लिए भव्य समारोह आयोजित नहीं करने चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे यह साबित होता है कि सरकार इस योजना को पांच साल तक चलाने के लिए ईमानदार नहीं है, बल्कि संसदीय चुनाव को ध्यान में रखते हुए केवल प्रचार करना चाहती है।

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