देश सेवा में काम करने वाले युवाओं को स्मृति ईरानी ने दिया हरसंभव मदद का भरोसा





-अमेठी की नीतू को इसरो ले जायेगी स्मृति ईरानी
अमेठी, 10 मई (हि.स.)। केंद्रीय मंत्री व अमेठी सांसद स्मृति ईरानी अपने दौरे के दूसरे दिन जगह-जगह पर चौपाल लगाकर लोगों की समस्याओं को सुनी और उसका निस्तारण किया। गर्भवती महिलाओं की गोद भराई व छोटे बच्चों का अन्नप्राशन कार्यक्रम के साथ तमाम योजनाओं से लाभान्वित जनता को प्रमाण पत्र व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
अपने दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को स्मृति ईरानी ने जनपद मुख्यालय गौरीगंज स्थित दुर्गन भवानी धाम के पास बने जयपुरिया स्कूल का फीता काटकर उद्घाटन किया। इस दौरान जयपुरिया स्कूल के बच्चों ने केंद्रीय मंत्री के स्वागत में रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए। वहीं पर स्मृति ईरानी ने लोगों को घरौनी वितरित किया और स्वनिधि योजना के लाभार्थियों से चर्चा भी किया। इसके उपरांत जयपुरिया स्कूल कैंपस में ही राजकीय आईटीआई और पॉलिटेक्निक के छात्र छात्राओं को टेबलेट व स्मार्टफोन का वितरण किया तथा छोटे-छोटे बच्चों के साथ सेल्फी भी खींचते हुए बच्चों को ऑटोग्राफ दिया।
छात्र-छात्राओं को लैपटॉप वितरण करते हुए स्मृति ईरानी ने पूछा तो किसी ने बताया कि डॉ बनेंगे, किसी ने इंजीनियर, किसी ने कहा हम सरकारी नौकरी करेंगे। वहीं पर संजय गांधी पॉलिटेक्निक जगदीशपुर से आई हुई पॉलिटेक्निक की छात्रा नीतू मौर्य ने कहा कि अभी हमारे पास तीन साल का समय है और मैं इस टेबलेट के माध्यम से तैयारी करूंगी और मेरा उद्देश्य भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में पहुंचकर देश की सेवा करने का है। नीतू की इन बातों से केंद्रीय मंत्री बेहद प्रसन्न हुई और उन्होंने उसे प्रोत्साहित करते हुए कहा कि तुम अपने माता-पिता से अनुमति ले लो मैं तुम्हें 10 जून को ही स्वरूप प्रांगण में ले जाऊंगी और वहां के लोगों से मुलाकात कराऊंगी। यही नहीं ईरानी ने वहां पर मौजूद सभी नवयुवक और छात्राओं को यह संदेश दिया कि जो भी जिस फील्ड विशेष में जाना चाहता है देश की सेवा में काम करना चाहता है उसके लिए मैं निश्चित रूप से जो भी सुविधा हो सकती है वह मुहैया करवाऊंगी।
उन्होंने कहा कि हमारे पूरे जनपद में लगभग 11,672 बच्चों को टैबलेट मिला है। मुख्यमंत्री को इसके लिए सर्वप्रथम धन्यवाद करना चाहती हूं। इस मौके पर पॉलिटेक्निक स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि यह हम सब के लिए निश्चित रूप से बेहद खुशी का दिन है की हमारे स्कूल की बेटी इसरो जाएगी। निश्चित रूप से हमारे स्कूल के अन्य बच्चों को इससे प्रेरणा मिलेगी। वहीं पर जब नीतू से बात की गई तब उन्होंने बताया बचपन से मेरा सपना था कि मैं साइंटिस्ट बनूं। मुझे लगता है मैं यह कर सकती हूं और इसलिए मैं इसरो जाना चाहती हूं। इसके लिए केंद्रीय मंत्री वह अमेठी की दीदी स्मृति ईरानी से मैंने बात की और उन्होंने आगामी 10 जून को मुझे इसरो ले जाने की कही है।
-टीचर के रूप दिखी ईरानी
गौरीगंज के मनीपुर गांव स्थित प्रकाश सरस्वती शिशु मंदिर में पहुंची और 15 मिनट बच्चों को हिंदी पढ़ाया। इसके पूर्व जयपुरिया स्कूल के उदघाटन कार्यक्रम में शामिल हुई। स्मृति ईरानी ने आज मुंशीगंज स्थित गेस्ट हाउस में भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात किया और क्षेत्र की रिपोर्ट उनसे ली। उन्होंने जनता दरबार लगाकर लोगो से उनकी समस्या जानी।
हिन्दुस्थान समाचार /दयाशंकर