Mahakumbh 2025 : महाकुंभ में बढ़ी भीड़, प्रयागराज के सभी रास्ते जाम, रेलवे स्टेशन 14 फरवरी तक बंद

प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं का सैलाब ऐसा उमड़ा कि पूरा शहर जाम में तब्दील हो गया है। हर तरफ भक्तों की भीड़ उमड़ रही है, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। हाईवे, गलियां, रेलवे स्टेशन—हर जगह सिर्फ लोगों और गाड़ियों का समुद्र नजर आ रहा है। हालत यह है कि प्रयागराज आने वाले सभी सातों रास्ते पूरी तरह से ठप हो चुके हैं।
दुनिया का सबसे बड़ा ट्रैफिक जाम!
300 किलोमीटर तक सड़कें गाड़ियों से पटी पड़ी हैं। हजारों लोग पिछले 72 घंटे से रेंगने के लिए मजबूर हैं। 5 लाख से अधिक श्रद्धालु घंटों से अपनी गाड़ियों में फंसे हुए हैं। जो लोग खाने-पीने का सामान लेकर आए थे, उनका भी स्टॉक खत्म हो चुका है। छोटे बच्चे भूख से रो रहे हैं, बुजुर्गों की तबीयत बिगड़ रही है, और महिलाएं बाथरूम ढूंढने के लिए परेशान हो रही हैं।
स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि 300 किलोमीटर दूर कटनी में प्रशासन लाउडस्पीकर से श्रद्धालुओं को महाकुंभ आने से मना कर रहा है। प्रयागराज में रहने वाले स्थानीय लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं, क्योंकि बाहर निकलना नामुमकिन हो गया है। दूध और सब्जियों की सप्लाई भी बाधित हो गई है, जिससे महंगाई और संकट बढ़ने का डर है।
14 फरवरी तक बंद रहेगा रेलवे स्टेशन
बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक के कारण रेलवे प्रशासन ने संगम रेलवे स्टेशन को 14 फरवरी तक बंद करने का फैसला लिया है, ताकि और अधिक लोग प्रयागराज न आ सकें। खासतौर पर कानपुर और रीवा रूट की हालत सबसे ज्यादा खराब बताई जा रही है।
शादियों पर पड़ा असर
महाकुंभ के इस महाजाम का असर सिर्फ श्रद्धालुओं पर ही नहीं, बल्कि आम जनजीवन पर भी पड़ा है। कई शादी समारोहों को कैंसिल करना पड़ा है, क्योंकि मेहमान जाम की वजह से कार्यक्रम में पहुंच ही नहीं पा रहे हैं।
प्रशासन श्रद्धालुओं से बार-बार अपील कर रहा है कि वे फिलहाल प्रयागराज की ओर न आएं। लेकिन श्रद्धालुओं की आस्था के आगे व्यवस्थाएं बेबस नजर आ रही हैं।