IAS Success Story: कभी खराब अंग्रेजी के लिए उड़ाया गया था मजाक, IAS ऑफिसर बनकर लोगों की बोलती की बंद

उम्मीदवारों की अपनी अलग रणनीति होती है और बहुत कम ऐसे छात्र होते हैं जिनकी रणनीति पहले ही प्रयास में कारगर साबित होती है.
IAS Success Story: कभी खराब अंग्रेजी के लिए उड़ाया गया था मजाक, IAS ऑफिसर बनकर लोगों की बोलती की बंद

सिविल सेवा परीक्षा (Civil Service Examination) को क्रैक करना एक उपलब्धि है जिसे कई छात्र साल-दर-साल करने का प्रयास करते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही सफल हो पाते हैं UPSC परीक्षा में सभी उम्मीदवारों की अपनी अलग रणनीति होती है.

बहुत कम ऐसे छात्र होते हैं जिनकी रणनीति पहले ही प्रयास में कारगर साबित होती है. इन्हीं में से एक हैं आईएएस ऑफिसर सुरभि गौतम (IAS Officer Surabhi Gautam). उन्होंने अपनी एबिलिटी के अनुसार खुद को गाइड किया और पहले ही प्रयास में आईएएस बनकर हजारों उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा बन गईं. 

मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव की रहने वाली हैं सुरभि गौतम :

मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव की रहने वाली सुरभि गौतम (Surabhi Gautam) बचपन से ही होशियार थीं. अपने शुरुआती स्कूली दिनों से ही सुरभि अपनी कक्षा में टॉपर थीं.

अपनी 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में उन्होंने बिना किसी बाहरी मदद और सीमित संसाधनों के 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए. उनके पिता सिविल कोर्ट में वकील थे और उनकी मां एक शिक्षिका थीं. 

स्कूली शिक्षा के बाद भोपाल से की इंजीनियरिंग :

अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, सुरभि ने स्टेट इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा दी और परीक्षा पास की. वह अपने गांव की पहली लड़की थीं जो उच्च शिक्षा के लिए शहर चली गईं.

उन्होंने भोपाल से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग पूरी की, जहां उन्होंने विश्वविद्यालय में टॉप किया और अपने प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक प्राप्त किया.  

कई परीक्षाओं को उत्तीर्ण करके दिखाई अपनी क्षमता :

विश्वविद्यालय की टॉपर और स्वर्ण पदक विजेता सुरभि गौतम ने यूपीएससी सिविल सेवा के लिए उपस्थित होने से पहले कई परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की थी. सुरभि गौतम ने एक साल तक बीएआरसी में न्यूक्लियर साइंटिस्ट के तौर पर काम किया था.

उन्होंने गेट, इसरो, सेल, एमपीपीएससी पीसीएस, एसएससी सीजीएल, दिल्ली पुलिस और एफसीआई जैसी परीक्षाओं को भी पास किया. इतना ही नहीं, सुरभि ने 2013 में हुई IES परीक्षा में AIR 1 हासिल किया था. 

अच्छी अंग्रेजी नहीं होने पर उड़ाया जाता था मजाक :

हालांकि, अपने पूरे जीवन में अच्छे ग्रेड होने के कारण भी वह कॉलेज में धाराप्रवाह अंग्रेजी बोलने में असमर्थता के कारण उन्हें उस आलोचना से नहीं बचा सकीं, जिसका उन्हें सामना करना पड़ा.

अंग्रेजी ठीक से न बोलने पर कक्षा में कई बार उनका मजाक उड़ाया जाता था. लेकिन फिर भी, उन्होंने उम्मीद नहीं खोई और अपनी सफलता के साथ उसे लोगों को मुंहतोड़ जवाब दिया. 

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