आत्मनिर्भर भारत: भारत सरकार लाएगी स्वदेशी स्मार्टफोन ब्रांड, जानिए डिटेल्स
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इसका खुलासा खुद केंद्रीय आईटी और दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने फोनपे के इंडस ऐप स्टोर के लॉन्च पर किया। वैष्णव के अनुसार, भारतीय स्मार्टफोन ब्रांड डेवलप करने का निर्णय मेक इन इंडिया पहल के तहत बड़े पैमाने पर मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग की सफलता से उपजा है।
वर्तमान में, किसी भी भारतीय स्मार्टफोन ब्रांड की बाजार में कोई ठोस पकड़ नहीं है, और ऐसा लगता है कि सरकार इस सिनेरियो को बदलने का इरादा रखती है। भारतीय स्मार्टफोन बाजार में इस समय प्रीमियम सेगमेंट में सैमसंग और ऐप्पल के साथ-साथ चीनी कंपनियों का दबदबा है।
सरकार देश में स्मार्टफोन इकोसिस्टम बनाएगी
वैष्णव ने इवेंट में कहा कि स्थानीय स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग की सफलता ने उद्योग को काफी आत्मविश्वास दिया है और एक अच्छी सीख भी मिली है। इसने इकोसिस्टम पार्टनर्स को देश में एंट्री करने और फैक्ट्री लगाने के लिए भी इंस्पायर किया है।
विशेष रूप से, सरकार ने पहले ही भारत को सेमीकंडक्टर हब बनाने का अपना इरादा घोषित कर दिया है और यहां मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने वाली प्रत्येक सेमीकंडक्टर कंपनी को 1 बिलियन डॉलर की पेशकश की है। इवेंट में वैष्णव ने यह भी दोहराया कि पीएम मोदी ने अगले 20 वर्षों में भारत में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम डेवलप करने के लिए पहले ही एक रोडमैप तैयार कर लिया है।
माइक्रोन प्लांट पहले से ही निर्माणाधीन
मंत्री ने तब घोषणा की कि माइक्रोन प्लांट पहले से ही निर्माणाधीन है, और सरकार देश में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को और मजबूत करने के लिए दो या तीन और स्वीकृतियां जारी करेगी। मंत्री के अनुसार, भारत सरकार चाहती है कि अगले पांच वर्षों में कम से कम तीन से चार हाई वॉल्यूम फैब्रिकेशन प्लांट अपनी जगह बनाएं और कम से कम एक प्रोडक्ट कैटेगरी में नेतृत्व करें।
लोकल ब्रांड को बाजार में पैर जमाने में मदद मिलेगी
यह ध्यान में रखते हुए कि सेमीकंडक्टर स्मार्टफोन का मूल और डिवाइस का सबसे महंगा हिस्सा हैं, स्थानीय इकोसिस्टम होने से देश में हैंडसेट इकोसिस्टम बनाने के सरकार के दृष्टिकोण में मदद मिलेगी। माइक्रोमैक्स और लावा जैसे कई भारतीय ब्रांड हैं, जो अन्य ब्रांडों के साथ प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम नहीं हैं। इस कदम से इन स्थानीय ब्रांड्स को भारतीय स्मार्टफोन बाजार में पैर जमाने में भी मदद मिलेगी।
गूगल-ऐप्पल को टक्कर देगा इंडस ऐप स्टोर
विशेष रूप से, भारत में हैंडसेट इकोसिस्टम के निर्माण की दिशा में पहला कदम इंडस ऐप स्टोर के रूप में पहले ही उठाया जा चुका है। मेड-इन-इंडिया ऐप स्टोर को Google Play Store और Apple के ऐप स्टोर के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए डिजाइन किया गया है।