Uttarakhand Weather Update : उत्तराखंड मौसम विभाग ने जताई भारी बारिश की आशंका, 6 और 7 अक्टूबर के लिए रेड अलर्ट जारी

उत्तराखंड मौसम विभाग ने 6 और 7 अक्टूबर को प्रदेश में भारी बारिश की आशंका को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया है. ऐसे में कल और परसो उत्तराखंड के अधिकांश जिलों में बारिश हो सकती है.
Uttarakhand Weather Update : उत्तराखंड मौसम विभाग ने जताई भारी बारिश की आशंका, 6 और 7 अक्टूबर के लिए रेड अलर्ट जारी

देहरादून: उत्तराखंड मौसम विभाग (Uttarakhand Meteorological Department) ने एक बार फिर बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक, 6 और 7 अक्टूबर को प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है.

वहीं, कुमाऊं मंडल के जनपदों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है.

जानकारी के मुताबिक, 6 अक्टूबर को कुमाऊं मंडल के कई जिलों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ बिजली चमकने की घटनाएं हो सकती हैं. कई क्षेत्रों में भारी बारिश की भी आशंका है. ऐसे में विभाग ने कुमाऊं मंडल के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.

साथ ही कुमाऊं मंडल से सटे गढ़वाल के कुछ इलाकों के लिए भी भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है.

वहीं, 7 अक्टूबर को राज्य के रुद्रप्रयाग, टिहरी तथा उत्तरकाशी जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना बनी हुई है. इस दौरान गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने की भी संभावना है. मौसम विभाग ने लोगों से अतिरिक्त सावधानी बरतने की अपील की है.

वहीं, बारिश के चलते कुछ जगहों में भूस्खलन और चट्टान खिसकने की वजह से रोड ब्लॉक हो सकती है. ऐसे में पहाड़ की यात्रा पर जाने वाले लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है.

उत्तरकाशी में ट्रेकिंग और पर्वतारोहण पर रोक:

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगले तीन दिनों को लेकर मौसम पूर्वानुमान जारी किया है. जिसके अनुसार गढ़वाल मंडल के कुछ जनपदों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है. वहीं उत्तरकाशी जनपद के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने की संभावना है.

इसके चलते डीएम अभिषेक रुहेला ने ट्रेकिंग व पर्वतारोहण दलों की सुरक्षा के को देखते हुए ट्रेकिंग व पर्वतारोहण गतिविधियां बंद रखने का निर्णय लिया. आदेश के अनुसार, इस दौरान किसी भी दल को ट्रेकिंग व पर्वतारोहण के लिए अनुमति प्रदान नहीं की जाएगी.

जिलाधिकारी ने बताया कि उच्च हिमालय क्षेत्र में पहले से ट्रेकिंग व पर्वतारोहण के लिए गए दलों को भी मौसम संबंधी जानकारी दी जा रही है. जिससे वह सुरक्षित स्थानों पर रुक सकें.

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