Dehradun News : जेल से छूटते ही फिर किया कांड, 24 घंटे में फिर सलाखों के पीछे

Dehradun News : देहरादून की शांत नेहरू कॉलोनी में एक बार फिर चोरी की वारदात ने लोगों को चौंका दिया। इस बार निशाने पर थी एक वाइन शॉप, जहां से चोर ने शराब की बोतलें और नकदी पर हाथ साफ किया। लेकिन दून पुलिस की मुस्तैदी ने अपराधी को जल्द ही सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। आइए, जानते हैं इस घटना की पूरी कहानी और कैसे पुलिस ने चोर को धर दबोचा।
एक रात, एक चोरी, और फिर गिरफ्तारी
11 अप्रैल 2025 की रात को नेहरू कॉलोनी के मोथरोवाला इलाके में नागेंद्र दत्त सेमवाल की अंग्रेजी शराब की दुकान पर चोरी की वारदात हुई। अज्ञात चोर ने दुकान का शटर तोड़कर नकदी और शराब की बोतलें चुरा लीं। दुकान मालिक ने तुरंत इसकी सूचना थाना नेहरू कॉलोनी को दी। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू की और मामला दर्ज कर जांच को आगे बढ़ाया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की गई। इस टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और संदिग्धों की तलाश शुरू की। पुलिस ने पुराने अपराधियों के रिकॉर्ड की भी जांच की और जल्द ही एक नाम सामने आया सरवन साहनी। यह वही शख्स था, जो एक दिन पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आया था।
नशे की लत ने बनाया अपराधी
16 अप्रैल 2025 को पुलिस ने बाइपास फ्लाईओवर के पास रेलवे पटरी के किनारे सरवन साहनी को धर दबोचा। उसके पास से चोरी की गई 3020 रुपये की नकदी भी बरामद हुई। पूछताछ में सरवन ने बताया कि वह नशे का आदी है और अपनी लत पूरी करने के लिए उसने यह चोरी की। हैरानी की बात यह है कि सरवन पहले भी चोरी और आर्म्स एक्ट जैसे मामलों में जेल जा चुका है। जमानत पर बाहर आने के सिर्फ एक दिन बाद ही उसने फिर से अपराध की दुनिया में कदम रख दिया।
पुलिस की मुस्तैदी ने दिलाया न्याय
दून पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, कानून के लंबे हाथों से बच नहीं सकता। पुलिस टीम, जिसमें उपनिरीक्षक प्रवीण पुंडीर, हेड कांस्टेबल विद्यासागर, और अन्य शामिल थे, ने दिन-रात मेहनत कर इस मामले को सुलझाया। सीसीटीवी फुटेज और पुराने रिकॉर्ड के आधार पर संदिग्ध की पहचान और गिरफ्तारी ने न केवल दुकान मालिक को राहत दी, बल्कि इलाके में कानून-व्यवस्था पर भरोसा भी बढ़ाया।
अपराध और नशे का खतरनाक गठजोड़
यह घटना एक बार फिर समाज के सामने नशे की लत और अपराध के बीच के खतरनाक रिश्ते को उजागर करती है। सरवन साहनी जैसे लोग नशे की लत के कारण बार-बार अपराध की राह चुन रहे हैं। यह न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक गंभीर चुनौती है। क्या समाज और प्रशासन मिलकर इस समस्या का कोई स्थायी हल निकाल सकते हैं? यह सवाल हर किसी के मन में है।
देहरादून पुलिस की इस कार्रवाई से एक बात तो साफ है कानून का पहरा हर पल चौकस है। लेकिन हमें भी अपने आसपास सतर्क रहने की जरूरत है, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।