Uttarakhand News Bulletin-06 : बारिश से पांच ब्रांच सड़कें बंद, जानिए रुद्रप्रयाग की ऐसी ही तमाम छोटी बड़ी खबरें...
Five branch roads closed due to rain, know all such small and big news of Rudraprayag

रुद्रप्रयाग। बीते दिनों से हो रही बारिश के चलते जिले की पांच ब्रांच सड़कें बंद हो गई है। इससे ग्रामीण आवाजाही में लोगों को दिक्कतें उठानी पड़ रही है।
बारिश के कारण तिलवाड़ा-मयाली-घनसाली, बेसिक पाठशाला ड़ुग्रा से डुग्रा मोटर मार्ग, रैतोली-जसोली, कंडारा-धोला कनियास, बामणी-जखोली-बच्वाड़ मोटर मार्ग बंद है। बंद मार्गों को खोलने के प्रयास जारी है। गुरुवार को मोटर मार्ग बंद होने से ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों को मुश्किलें उठानी पड़ी।
मोटर मार्ग को लेकर प्रभारी मंत्रे से मिले ग्रामीण
रुद्रप्रयाग। भरदार क्षेत्र में रतनपुर-दरमोला से सेम-डुंगरी मोटरमार्ग सर्वेक्षण के एक वर्ष बाद भी आनलाइन न होने पर क्षेत्रीय ग्रामीणों में रोष जताया है। ग्रामीणों ने रुद्रप्रयाग पहुंचे जनपद प्रभारी मंत्री से उक्त माटरमार्ग को ऑनलाइन एवं वित्तीय स्वीकृति करवाने की मांग की है ताकि समय से जनता को यातायात सुविधा का लाभ मिले।
सड़क निर्माण संघर्ष समिति स्वीली के अध्यक्ष कृष्णानंद डिमरी ने जिला प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा को दिए ज्ञापन में कहा कि भरदार क्षेत्र के अन्तर्गत जिला योजना वर्ष 2012-13 में ढ़ाई किमी रतनपुर-दरमोला से सेम-डुंगरी मोटरमार्ग को स्वीकृति मिली थी।
वर्ष 2018 में स्थानीय ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन किया था, जिसके बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर लोनिवि ने उक्तसड़क का समरेखण व संयुक्त निरीक्षण कर पत्रावली भारत सरकार वन मंत्रालय के क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून भेजी गई।
शासन स्तर से वन भूमि एवं अधिक पेड़ों के कारण अप्रैल माह 2021 में पत्रावली पुनरीक्षित कर नया प्रस्ताव बनाने के लिए लोनिवि रुद्रप्रयाग को निर्देशित किया गया। फिर 27 जून 2021 को फिर से लोनिवि ने उक्त सड़क का पुनरीक्षित सर्वेक्षण कर समरेखण, संयुक्त निरीक्षण, भूगर्भीय सर्वेक्षण, डंपिंग जोन का कार्य संपन्न होने के बाद अभी तक मोटरमार्ग की फाइल आनलाइन नहीं हो सकी है।
एक दशक बाद भी मोटरमार्ग पर निर्माण कार्य शुरू न होने से ग्रामीणों में खासा रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने उक्त मोटरमार्ग के आनलाइन एवं वित्तीय स्वीकृति की कार्यवाही के लिए प्रान्तीय खंड रुद्रप्रयाग को निर्देशित करने की मांग की है। ताकि क्षेत्रीय लोगों को समय से यातायात सुविधा का लाभ मिल सके।
सिरोबगड़ में वाहनों की आवाजाही घंटों रही बाधित
रुद्रप्रयाग। ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ में गुरुवार को भी वाहनों की आवाजाही घंटों बंद रही। बुधवार देर रात मलबा आने के कारण बंद हाईवे गुरुवार सुबह 10 बजे बाद वाहनों की आवाजाही के लिए सुचारु किया गया। इस दौरान सुबह से ही तीर्थयात्री एवं स्थानीय लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ में बरसात शुरू होते ही लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गई है। बीते कई साल गुजर गए किंतु इस संवेदनशील स्थान का स्थाई ट्रीटमेंट नहीं हो सका है। हालांकि बाईपास पुल और सड़क बनने के बाद कुछ वर्षो में इससे निजात तो मिलेगी लेकिन जब तक बाईपास सड़क और पुल निर्माण नहीं हो जाता, तब तक यहां लोगों की मुश्किलें बरकरार रहेंगी।
बुधवार देर रात सिरोबगड़ में मलबा आने के कारण वाहनों की आवाजाही बंद हो गई थी। जिससे यात्री एवं अन्य आवश्यक वाहनों ने खांकरा-छांतीखाल और खांकरा-खेड़ाखाल वैकल्पिक मोटर मार्ग से आवाजाही की। सुबह सवा दस बजे सिरोबगड़ में आवाजाही के लिए खोला गया। हालांकि यहां वाहनों की आवाजाही के दौरान पहाड़ी से पत्थर गिरने का निरंतर खतरा बना है।
स्थानीय निवासी बुद्धिबल्लभ मंमगाई, प्रदीप मलासी, नरेंद्र मंमगाई, शैलेंद्र गोस्वामी, मोहित डिमरी, बंटी जगवाण, जितार जगवाण आदि ने कहा कि सिरोबगड़ वर्षो से नासूर बना है। इसके ट्रीटमेंट की वर्षो से मांग की जा रही है पर किसी ने गंभीरता से ध्यान नहीं दिया।
आज भी लोगों को यहां जान जोखिम में डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि यहां पर्याप्त मशीनें, मैन पॉवर और सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए जाने चाहिए ताकि हाईवे बंद होने की स्थिति में त्वरित उसे खोला जा सके।