सहस्त्रताल ट्रैक: खोजे गए लापता 4 ट्रैकर्स के शव, जानिये कैसे हुआ था हादसा

बीते बुधवार को सहस्त्रताल ट्रैक पर फंसे 13 ट्रैकर्स को सुरक्षित निकाला गया था, जिसमें आठ को दून भेज दिया गया था।
सहस्त्रताल ट्रैक: खोजे गए लापता 4 ट्रैकर्स के शव, जानिये कैसे हुआ था हादसा
दून हॉराइज़न, उत्तरकाशी (उत्तराखंड)

सहस्त्रताल की ट्रैकिंग के दौरान फंसे ट्रैकर को बचाने के लिए चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो गया है। सुरक्षित निकाले गए पांच ट्रैकर और नौ शवों को वायुसेना के एमआई 17 हेलिकॉप्टर से देहरादून भेजा गया है। इस दौरान सुरक्षित निकाले गए ट्रैकर ने सूचना मिलते ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराने के लिए शासन-प्रशासन का आभार जताया।

बीते बुधवार को सहस्त्रताल ट्रैक पर फंसे 13 ट्रैकर्स को सुरक्षित निकाला गया था, जिसमें आठ को दून भेज दिया गया था। वहीं पांच शव निकाले गए थे, जिन्हें जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया था। हादसे में चार अन्य शव मौसम खराब होने के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन बीच में रोकने के कारण नहीं लाए जा सके थे।

बृहस्पतिवार सुबह दोबारा शव लाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। वायुसेना के दो चीता हेलिकॉप्टर घटनास्थल के लिए रवाना हुए, जिनकी सहायता से चार शवों को निकालकर नटीण हेलीपैड पहुंचाया गया। हादसे में सभी नौ ट्रैकर के शव वाहन से मातली हेलीपैड पहुंचाए गए, जहां से सभी शव और सुरक्षित निकाले गए पांच ट्रैकर्स को वायुसेना के हेली से दून भेजा गया।

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि सुरक्षित निकाले गए पांच ट्रैकर्स और नौ शव को वायुसेना के एमआई 17 हेलिकॉप्टर से हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट भेजा गया है।

मुख्यमंत्री ने ली पल-पल की अपडेट

ट्रैकिंग हादसे के बाद शुरू किए गए रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी पल-पल की अपडेट ली। सीएम ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए अधिकारियों को अभियान में हर संभव विकल्पों पर कार्रवाई करने के साथ ही उत्कृष्ट संसाधनों एवं विशेषज्ञ रेस्क्यूअर्स को जुटाने के निर्देश दिए थे।

सुरक्षित निकाले गए ट्रैकर्स

1.सौम्या कनाले
2.स्मृति डोलस
3.शीना लक्ष्मी
4.एस शिवा ज्योति
5.अनिल जमतीगे अरुणाचल भट्ट
6.भारत बोम्मना गौडर
7.मधु किरण रेड्डी
8.जयप्रकाश बीएस
9.एस सुधाकर
10.विनय एमके
11.विवेक श्रीधर
12.नवीन ए
13.रितिका जिंदल

ये था मामला

बीते 29 मई को कर्नाटक और महाराष्ट्र के ट्रैकरों का 22 सदस्यीय दल मल्ला-सिल्ला से कुश कल्याण बुग्याल होते हुए सहस्त्रताल की ट्रैकिंग के लिए रवाना हुआ था। दो जून को दल सहस्त्रताल के कोखली टॉप बेस कैंप पहुंचा था। इनमें से 20 ट्रैकर्स तीन जून को सहस्त्रताल के लिए रवाना हुए थे, लेकिन अचानक मौसम खराब होने से घने कोहरे और बर्फबारी के बीच सभी फंस गए। समुचित व्यवस्था नहीं होने से पूरी रात उन्हें ठंड में काटनी पड़ी थी। जिसके चलते नाै ट्रैकर्स की माैत हो गई।

बीते कुछ वर्षों में ट्रैकिंग के दौरान हुए हादसे

  • वर्ष 2021-आईटीबीपी की लंबी दूरी पेट्रोलिंग के दौरान हिमस्खलन के कारण तीन पोर्टरों की मौत
  • वर्ष 2021-लमखागा-छितकुल ट्रैक पर हिस्खलन के कारण सात की मौत
  • वर्ष 2022-द्रोपदी का डांडा-2 चोटी आरोहण के दौरान हिमस्खलन-28 की मौत, एक लापता।
  • वर्ष 2023-रुनसारा ताला ट्रैक मोरी में तबीयत बिगड़ने से दो ट्रैकर की मौत।
  • वर्ष 2023-गंगोत्री-कालिंदीखाल ट्रैक पर तबीयत बिगड़ने से एक ट्रैकर की मौत।

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