Earthquake : म्यांमार में तेज़ भूकंप, भारत के इस राज्य के लोगों में भी दहशत

Earthquake : म्यांमार और मेघालय में आज सुबह भूकंप के झटकों ने धरती को हिलाया। म्यांमार में 3.9 और मेघालय में 2.7 तीव्रता का भूकंप दर्ज हुआ। कोई नुकसान नहीं, लेकिन बार-बार भूकंप से लोग डरे हुए हैं। विशेषज्ञ सतर्कता और भूकंप से बचाव की सलाह दे रहे हैं।
 Earthquake : म्यांमार में तेज़ भूकंप, भारत के इस राज्य के लोगों में भी दहशत

Earthquake : आज सुबह जब लोग नींद से जाग रहे थे, तभी म्यांमार और भारत के कुछ हिस्सों में भूकंप के झटकों ने धरती को हिलाकर रख दिया। यह घटना न केवल प्रकृति की शक्ति का एहसास कराती है, बल्कि उन लोगों के दिलों में भी डर पैदा करती है, जो हाल के दिनों में बार-बार भूकंप के झटकों का सामना कर रहे हैं। आइए, इस घटना के बारे में विस्तार से जानते हैं और समझते हैं कि भूकंप के ये झटके क्यों और कैसे हो रहे हैं।

म्यांमार में भूकंप 

म्यांमार में आज तड़के करीब 3 बजे भूकंप के झटकों ने लोगों को चौंका दिया। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.9 मापी गई। भूकंप का केंद्र म्यांमार की धरती के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई में था।

सौभाग्य से, इस भूकंप से किसी तरह का जान-माल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह घटना लोगों के लिए एक चेतावनी की तरह थी। खासकर तब, जब 29 मार्च को आए भीषण भूकंप की यादें अभी भी ताजा हैं। उस दिन के बाद से म्यांमार में लगातार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। बीते दिन भी वहां 4.0 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसने लोगों की चिंता को और बढ़ा दिया।

मेघालय में भी हिली धरती

म्यांमार के अलावा, भारत के मेघालय में भी आज सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। एनसीएस के मुताबिक, मेघालय के ईस्ट गारो हिल्स जिले में रिक्टर स्केल पर 2.7 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। इस भूकंप का केंद्र भी धरती के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई में था। हालांकि, इसकी तीव्रता कम थी, फिर भी स्थानीय लोग डर के मारे अपने घरों से बाहर निकल आए। गौरतलब है कि एक दिन पहले भी मेघालय में 3.1 तीव्रता का भूकंप आया था। लगातार हो रहे इन झटकों ने लोगों के मन में डर और अनिश्चितता पैदा कर दी है।

बार-बार भूकंप क्यों?

भूकंप की इन घटनाओं ने एक बार फिर सवाल उठाया है कि आखिर क्यों कुछ इलाकों में बार-बार धरती कांप रही है? विशेषज्ञों का कहना है कि म्यांमार और भारत का पूर्वोत्तर क्षेत्र टेक्टोनिक प्लेट्स के जंक्शन पर स्थित है, जहां भूगर्भीय हलचलें आम हैं। इन हलचलों के कारण धरती की सतह पर कंपन होता है, जिसे हम भूकंप के रूप में महसूस करते हैं। हालांकि, कम तीव्रता वाले भूकंप आमतौर पर नुकसान नहीं पहुंचाते, लेकिन ये बड़े भूकंप की आशंका को बढ़ा सकते हैं। इसलिए, लोगों को सतर्क रहने और भूकंप से बचाव के उपायों को अपनाने की सलाह दी जा रही है।

लोगों में दहशत, लेकिन सतर्कता जरूरी

लगातार भूकंप के झटकों ने म्यांमार और मेघालय के लोगों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। कई लोग रात में सोने से पहले अपने घरों में जरूरी सामान तैयार रख रहे हैं, ताकि आपात स्थिति में तुरंत बाहर निकला जा सके। विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि भूकंप के दौरान घबराने की बजाय सुरक्षित स्थान पर छिपना चाहिए, जैसे कि मजबूत टेबल के नीचे। साथ ही, घरों में भारी सामान को ऊंचाई पर रखने से बचना चाहिए।

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