अमेरिका में चाकू की नोक पर हाईजैक हुआ छोटा विमान, फिर यात्रियों ने दिखाया कमाल का साहस

बेलीज में ट्रॉपिक एयर के विमान को हाईजैक करने की कोशिश नाकाम! अमेरिकी सैनिक अकिनीला सावा टेलर ने चाकू से यात्रियों को बंधक बनाया, लेकिन साहसी यात्रियों ने उसे ढेर कर दिया। तीन यात्री घायल, हवाई सुरक्षा पर सवाल। कोरोजल से सैन पेड्रो जा रहे विमान में हुई यह सनसनीखेज घटना।
अमेरिका में चाकू की नोक पर हाईजैक हुआ छोटा विमान, फिर यात्रियों ने दिखाया कमाल का साहस

बेलीज के कोरोजल शहर से सैन पेड्रो जा रहे एक छोटे विमान में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक अमेरिकी नागरिक ने चाकू की नोक पर विमान को हाईजैक करने की कोशिश की। यह सनसनीखेज घटना ट्रॉपिक एयर के एक छोटे विमान में हुई, जिसमें 13 यात्री सवार थे। हाईजैकर ने यात्रियों को बंधक बनाने की कोशिश की, लेकिन साहसी यात्रियों ने उसका मुकाबला किया और उसे ढेर कर दिया। इस घटना ने न केवल बेलीज बल्कि पूरी दुनिया का ध्यान खींचा है। आइए, इस घटना के हर पहलू को विस्तार से जानते हैं।

हाईजैक की शुरुआत और यात्रियों का साहस

घटना उस समय शुरू हुई, जब विमान ने कोरोजल से उड़ान भरी थी। हाईजैकर, जिसकी पहचान 49 वर्षीय अमेरिकी नागरिक अकिनीला सावा टेलर के रूप में हुई, ने अचानक चाकू निकालकर पायलट और यात्रियों को धमकाना शुरू कर दिया। वह विमान को अपने नियंत्रण में लेना चाहता था और देश से बाहर भागने की योजना बना रहा था। लेकिन यात्रियों ने हिम्मत दिखाते हुए उसका विरोध किया। हाथापाई के दौरान तीन यात्री चाकू से घायल हो गए, लेकिन एक यात्री ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से टेलर के सीने में गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई।

हाईजैकर की पृष्ठभूमि और मंशा

पुलिस जांच के अनुसार, अकिनीला सावा टेलर एक पूर्व अमेरिकी सैनिक था। वह बेलीज से बाहर भागने के लिए विमान और ईंधन की मांग कर रहा था। टेलर की इस हरकत के पीछे का सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन प्रारंभिक जांच में पता चला है कि वह किसी व्यक्तिगत या आपराधिक कारण से देश छोड़ना चाहता था। इस घटना ने स्थानीय पुलिस और अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है, जो अब टेलर के बैकग्राउंड और मंशा की गहराई से जांच कर रही हैं।

यात्रियों की बहादुरी की दुनिया भर में चर्चा

इस घटना में यात्रियों की बहादुरी की खूब तारीफ हो रही है। एक छोटे विमान में, जहां जगह और संसाधन सीमित होते हैं, वहां यात्रियों ने जिस साहस और एकजुटता के साथ हाईजैकर का मुकाबला किया, वह काबिल-ए-तारीफ है। विशेष रूप से उस यात्री की सूझबूझ की सराहना की जा रही है, जिसने अपनी लाइसेंसी बंदूक का इस्तेमाल कर स्थिति को नियंत्रित किया। इस घटना ने यह भी साबित किया कि आपात स्थिति में आम लोग भी असाधारण साहस दिखा सकते हैं।

सुरक्षा पर उठे सवाल

इस हाईजैक ने छोटे विमानों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे हवाई अड्डों और विमानों में सुरक्षा जांच की प्रक्रिया को और सख्त करने की जरूरत है। यह घटना उन खामियों को उजागर करती है, जिनका फायदा अपराधी उठा सकते हैं। बेलीज प्रशासन ने इस घटना के बाद हवाई सुरक्षा की समीक्षा शुरू कर दी है और यात्रियों की सुरक्षा के लिए नए कदम उठाने की बात कही है।

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