अग्निवीर अमृतपाल को गार्ड ऑफ ऑनर देने पर रक्षा मंत्री से बात करेंगे सीएम मान

सीएम मान ने कहा कि सेना केवल उन्हीं को शहीद मानती है जिन्होंने युद्ध के दौरान अपनी जान गंवाई। मुख्यमत्री ने कहा, "अगर हमारे कुछ सैनिक बर्फ में गश्त कर रहे हैं और तूफान के दौरान अपनी जान गंवा देते हैं, तो उन्हें शहीद नहीं माना जाता है। 
अग्निवीर अमृतपाल को गार्ड ऑफ ऑनर देने पर रक्षा मंत्री से बात करेंगे सीएम मान 
न्यूज डेस्क, दून हॉराइज़न, चंडीगढ़ (पंजाब)

पंजाब के अग्निवीर अमृतपाल सिंह की अंतिम विदाई सामान्य तौर पर की गई। जवान के पार्थिव शरीर के अंतिम संस्कार के दौरान मरणोपरांत दिया जाने वाला गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिया गया। ऐसे में पंजाब के सीएम भगवंत मान ने जिंता जताई है।

उन्होंने कहा कि वे अग्निपथ स्कीम का विरोध करेंगे और अग्निवीरों की इस तरह की उपेक्षा को लेकर वे रक्षा मंत्री से मुलाकात करेंगे।

अग्निवीर अमृतपाल सिंह की मौत से शोक संतप्त परिवार से सोमवार (16 अक्टूबर) को पंजाब के सीएम भगवंत मान मुलाकात करेंगे। इससे पहले मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए सीएम मान ने अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र से कई सवाल किए हैं। उन्होंने कहा कि वे अग्निपथ स्कीम का विरोध करेंगे।

सीएम मान ने कहा कि सेना केवल उन्हीं को शहीद मानती है जिन्होंने युद्ध के दौरान अपनी जान गंवाई। मुख्यमत्री ने कहा, "अगर हमारे कुछ सैनिक बर्फ में गश्त कर रहे हैं और तूफान के दौरान अपनी जान गंवा देते हैं, तो उन्हें शहीद नहीं माना जाता है।

अगर कोई -40 डिग्री पर दिल का दौरा पड़ने से मर जाता है, तो भी उसे शहीद माना जाना चाहिए क्योंकि वह था वहां देश की सेवा कर रहे हैं। जरूरी नहीं कि दुश्मन की गोली से उनकी जान चली जाए। हम इसके लिए अग्निवीर योजना का भी विरोध करते हैं।"

पंजाब के सीएम ने आगे कहा, "वे (अग्निवीर अमृतपाल) वहां देश के लिए गश्त पर थे। सेना ने अमृतपाल के साथ जो व्यवहार किया, वो शर्मनाक है। एक एम्बुलेंस से उनके शव को परिवार के पास भेज दिया गया। सेना ने कहा कि प्रोटोकॉल के मुताबिक उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिया जा सकता। लेकिन मैं कल उनके घर जाऊंगा। हमारे पास 1 करोड़ रुपये का चेक तैयार है। मैं इसके लिए रक्षा मंत्री से भी मिलूंगा।"

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