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Fixed Deposit : FD समय से पहले तुड़वाने पर लगेगा बड़ा झटका, जानिए नए बैंकिंग रूल्स

समय से पहले एफडी तोड़ने से कितना नुकसान? जानें प्रीमैच्योर विड्रॉल के नियम, पेनाल्टी चार्ज और बैंकों की शर्तें।
Fixed Deposit : FD समय से पहले तुड़वाने पर लगेगा बड़ा झटका, जानिए नए बैंकिंग रूल्स
हाइलाइट्स :
इस खबर में हमने बताया कि प्रीमैच्योर एफडी विड्रॉल से निवेशकों को 0.5% से 1% तक पेनाल्टी का नुकसान हो सकता है। हर बैंक के नियम अलग हैं - कोई चार्ज नहीं लेता, तो कोई अवधि के हिसाब से शुल्क वसूलता है। एफडी तोड़ने से पहले शर्तें जांचना जरूरी है।

निवेश के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) को एक भरोसेमंद और सुरक्षित रास्ता माना जाता है, लेकिन क्या हो अगर आपको इमरजेंसी में अपनी एफडी को समय से पहले तोड़ना पड़े? इसे प्रीमैच्योर विड्रॉल कहते हैं, और इसके अपने नियम व शर्तें हैं। आमतौर पर लोग 5 साल की एफडी बनवाते हैं, लेकिन अगर आप इसे मैच्योरिटी से पहले तोड़ते हैं, तो कई फायदों से हाथ धोना पड़ सकता है। आइए, इस खबर में जानते हैं कि प्रीमैच्योर एफडी विड्रॉल से आपको कितना नुकसान हो सकता है और बैंकों के नियम क्या कहते हैं।

प्रीमैच्योर एफडी के नियम: हर बैंक की अपनी शर्तें

हर बैंक की फिक्स्ड डिपॉजिट स्ट्रैटेजी और ब्याज दरें अलग होती हैं। इसीलिए प्रीमैच्योर विड्रॉल पर लगने वाली पेनाल्टी भी बैंक-दर-बैंक बदलती है। कुछ बैंक 0.5% से 1% तक पेनाल्टी वसूलते हैं, तो कुछ में यह शुल्क बिल्कुल नहीं लगता। नियमों के मुताबिक, एफडी की समयसीमा भी अहम होती है। मिसाल के तौर पर, अगर आपकी एफडी की मैच्योरिटी अवधि 5 साल की है और आप इसे 1 साल में तोड़ते हैं, तो ब्याज में कटौती के साथ पेनाल्टी भी भरनी पड़ सकती है।

पेनाल्टी का हिसाब: कितना लगेगा चार्ज?

प्रीमैच्योर विड्रॉल पर पेनाल्टी की गणना बैंक अपने तरीके से करते हैं। अगर आप मैच्योरिटी से बस 7 दिन पहले एफडी तोड़ते हैं, तो कई बैंक कोई चार्ज नहीं लेते। वहीं, कुछ बैंक एफडी की अवधि के हिसाब से पेनाल्टी तय करते हैं। मान लीजिए, आपकी 5 साल की एफडी पर 7% ब्याज मिलना था, लेकिन आपने 1 साल बाद इसे तोड़ दिया। ऐसे में ब्याज घटकर 6.5% हो सकता है और ऊपर से 1% पेनाल्टी भी देनी होगी। ऐसे में निवेशकों को सावधान रहना चाहिए।

कैसे करें चार्ज का हिसाब?

पेनाल्टी का केलकुलेशन आसान है। अगर मैच्योरिटी पर मिलने वाला ब्याज, एफडी तोड़ने के समय से ज्यादा है, तो ज्यादातर बैंक 1% चार्ज लगाते हैं। उदाहरण के लिए, 2 साल की एफडी पर 6% ब्याज मिलता है, लेकिन 1 साल की एफडी पर 7%। अगर आप 1 साल में तोड़ते हैं, तो ज्यादा ब्याज वाली अवधि शुरू होने से पहले ही आपको नुकसान होगा और 1% पेनाल्टी भी लगेगी। इसलिए, एफडी तोड़ने से पहले बैंक की शर्तें जरूर जांच लें।

सावधानी जरूरी: बैंक की शर्तों को समझें

हर बैंक के प्रीमैच्योर एफडी नियम अलग हैं। कोई बैंक पेनाल्टी नहीं लेता, तो कोई आपकी रकम और अवधि के आधार पर चार्ज वसूलता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि एफडी बनवाने से पहले उसकी शर्तों को अच्छे से समझ लें और इमरजेंसी के लिए हमेशा प्लान बी तैयार रखें। इससे आप नुकसान से बच सकते हैं और अपने निवेश का पूरा फायदा उठा सकते हैं।

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