Personal Loan : जल्दबाज़ी में लिया पर्सनल लोन बना सकता है ज़िंदगी भर के लिए मुश्किल, बचने के लिए जानें ये जरूरी बातें

Personal Loan : जब जेब में पैसे कम पड़ते हैं और कोई जरूरी खर्च सामने आता है, तो पर्सनल लोन एक आसान और तुरंत राहत देने वाला रास्ता लगता है। इसे आपातकालीन लोन भी कह सकते हैं, क्योंकि यह जल्दी मिल जाता है।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि इसकी ऊंची ब्याज दरें और छिपे हुए जोखिम आपके भविष्य को मुश्किल में डाल सकते हैं? अगर आप पर्सनल लोन लेने की सोच रहे हैं, तो जल्दबाजी में फैसला लेने से पहले कुछ जरूरी सवालों का जवाब ढूंढना बेहद जरूरी है। आइए, जानते हैं कि वो कौन से पांच सवाल हैं जो आपको कर्ज के बोझ से बचा सकते हैं और इस लोन के फायदे-नुकसान क्या हैं।
सबसे पहले, अपने आप से पूछें कि क्या लोन लेना वाकई जरूरी है? कई बार छोटी-मोटी जरूरतों को परिवार या दोस्तों से उधार लेकर पूरा किया जा सकता है। ऐसा करने से आप न केवल ब्याज के भारी बोझ से बचते हैं, बल्कि आपका सिबिल स्कोर भी सुरक्षित रहता है। परिवार से लिया उधार आप अपनी सहूलियत से लौटा सकते हैं, और इसमें कोई अतिरिक्त लागत नहीं होती। इसलिए, पर्सनल लोन का रास्ता चुनने से पहले अन्य विकल्पों पर विचार जरूर करें।
दूसरा सवाल है कि आपको कितना लोन चाहिए? जरूरत से ज्यादा लोन लेना आपके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। जितना बड़ा लोन, उतनी ही बड़ी मासिक किस्त (EMI) होगी। अगर आप EMI को कम करने के लिए लोन की अवधि बढ़ाते हैं, तो ब्याज का बोझ और बढ़ जाता है। इसलिए, पहले अपने बजट का हिसाब करें और उसी के अनुसार लोन की राशि तय करें। इससे आप अनावश्यक कर्ज के जाल में फंसने से बच सकते हैं।
तीसरा, आपका क्रेडिट स्कोर कितना मजबूत है? आपका सिबिल स्कोर आपकी वित्तीय विश्वसनीयता का आईना होता है। अगर आपका स्कोर 750 से ज्यादा है, तो आपको कम ब्याज दर पर लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन अगर स्कोर कम है, तो बैंक ऊंची ब्याज दर वसूल सकते हैं। लोन के लिए आवेदन करने से पहले अपने क्रेडिट स्कोर की जांच जरूर करें, ताकि आपको सही ब्याज दर का अंदाजा हो सके।
चौथा सवाल यह है कि लोन की अवधि कितनी होनी चाहिए? कम अवधि का लोन चुनने पर EMI ज्यादा हो सकती है, लेकिन आप कुल ब्याज में बचत करते हैं। वहीं, लंबी अवधि का लोन EMI को तो कम कर देता है, लेकिन ब्याज की राशि काफी बढ़ जाती है। ज्यादातर बैंक पर्सनल लोन 1 से 5 साल की अवधि के लिए देते हैं, कुछ मामलों में यह अवधि और बढ़ सकती है। अपनी आय और खर्चों को ध्यान में रखकर लोन की अवधि तय करें, ताकि भविष्य में आपको EMI चुकाने में दिक्कत न हो।
आखिरी सवाल है कि लोन मिलने में कितना समय लगेगा? अगर आपको तुरंत पैसे की जरूरत है, तो बैंक से लोन प्रक्रिया और दस्तावेजों के बारे में पहले ही पूरी जानकारी ले लें। कई बैंक पर्सनल लोन को जल्दी मंजूर करते हैं, लेकिन अगर दस्तावेज पूरे नहीं हुए तो देरी हो सकती है। पहले से जरूरी कागजात जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, और आय प्रमाण तैयार रखें, ताकि लोन प्रक्रिया में तेजी आए और आपकी जरूरत समय पर पूरी हो सके।
पर्सनल लोन के अपने फायदे भी हैं। इसे लेने के लिए आपको कोई गारंटी या जमानत देने की जरूरत नहीं होती। आवेदन प्रक्रिया आसान और तेज है, और आप इस राशि का इस्तेमाल किसी भी जरूरी काम जैसे मेडिकल खर्च, शादी, या यात्रा के लिए कर सकते हैं। EMI के विकल्प भी लचीले होते हैं, और आप ऑनलाइन आसानी से आवेदन कर सकते हैं।
लेकिन इसके नुकसान भी कम नहीं हैं। इसकी ब्याज दरें 12% से 24% तक हो सकती हैं, जो अन्य लोन की तुलना में काफी ज्यादा है। अगर आप EMI समय पर नहीं चुका पाए, तो भारी पेनल्टी और सिबिल स्कोर खराब होने का खतरा रहता है। बार-बार लोन लेने से आपकी वित्तीय स्थिति पर बुरा असर पड़ सकता है।