सरकार ने हाल ही में PPF स्कीम में किये ये बदलाव, सबके लिए जानना है जरुरी

इसी महीने 6 अक्टूबर को RBI की न्यू मॉनिटरी पॉलिसी के मुताबिक पीपीएफ के लिए फॉर्मूला बेस्ट ब्याज दर 7.51 फीसदी होनी चाहिए।
सरकार ने हाल ही में PPF स्कीम में किये ये बदलाव, सबके लिए जानना है जरुरी 
न्यूज डेस्क, दून हॉराइज़न, नई दिल्ली

सरकार के द्व्रारा हाल ही में PPF स्कीम में बदलाव किया गया है। दरअसल इसकी ब्याज दरों में बदलाव किया गया है। पीपीएफ स्कीम में इस समय 7.1 फीसदी की सालाना ब्याज देता है। ये सरकार की सबसे ज्यादा पॉपुलर सेविंग स्कीम है।

इसमें निवेश पर प्राप्त ब्याज पर टैक्स नहीं लगता है। वहीं बचतकर्ता इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक अपनी सालाना इनकम में कटौती कर सकते हैं। बहराल ब्याज की सालाना दर जिसमें साढें 3 साल में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। वह सरकार के खुद के फॉर्मूले के द्वारा तय किया गया है।

आपको बता दें ये ब्याज दरें सरकार के द्वारा तय की जाती हैं। लेकिन ये सरकार सिक्योरिटीज के मार्केट यील्ड से जुड़ी होती है। ऐसे में जब इससे जुड़ी अवध के समय सरकारी प्रतिभूतियों पर बाजार यील्ड बढ़ती या कम होती रहती है तो ये स्मॉल सेविंग स्कीम पर ब्याज दरें सरकार के फॉर्मूले के मुताबिक उसी दिशा में होनी चाहिए।

मॉनेटरी पॉलिसी में मिलती है 7.51 फीसदी ब्याज

इसी महीने 6 अक्टूबर को RBI की न्यू मॉनिटरी पॉलिसी के मुताबिक पीपीएफ के लिए फॉर्मूला बेस्ट ब्याज दर 7.51 फीसदी होनी चाहिए। इसके बाद जून 2011 में RBI डिप्टी गवर्नर श्यामला गोपीनाथ की अध्यक्षता वाली एक समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा था।

कि लघु सेविंग स्कीम ब्याज दरों को सरकारी सिक्योरिटी पर प्रचलित मार्केट दरों से लिंक करना चाहिए। सरकार ने 2016-2017 से इन दरों को सालाना कि बजाय तिमाही आधार पर नोटिफाई करना शुरु कर दिया है।

एक बड़ें अधिकारी ने कहा पीपीएफ जैसी कुछ स्कीम्स पर मिलने वाला टैक्स का आंकलन करने में चूक गई है अगर आप इसमें टैक्स बेनिफिट जोड़ते हैं तो मुझको लगता है कि ये 10 फीसदी से ज्यादा है।

स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में नहीं हुई कोई बदलाव

कोरोना महामारी के समय लगातार तिमाहियों तक स्मॉल सेविंग स्कीम पर ब्याज दरों को बदला गया है। जब RBI के रिकॉर्ड लिक्विडिटी इंजेक्शन के कारण सरकारी बॉन्ड की यील्ड में तेजी से गिरावट आई तब सरकार ने उनको अक्टूबर दिसंबर 2022 से शुरु होने वाली लगातार 5 तिमाहियों के लिए आगे बढ़ा दिया है। पिछली पांच तिमाहियों में 40 से 150 बेसिस प्वाइंट रही है।

RBI ने अपनी 6 अक्टूबर की मॉनेटरी पॉलिसी रिपोर्ट में कहा कि इस संशोधनों के साथ में स्मॉल सेविंग्स पर असल में ब्याज दरें अब फॉर्मूला बेस्ट दरों के साथ में बेहतरीन ढंग से अलाइन्ड हो गई है।

पीपीएफ के अलावा दूसरी स्मॉल सेविंग स्कीम जो कि इस समय किसी फॉर्मूले से कम ब्याज दे रही है। वह 5 सालों की आरडी जमा है। 29 सितंबर को फाइनेंशियल डिपार्टमेंट ने इस अक्टूबर दिसंबर के लिए इस स्कीम पर ब्याज दर को 20 बीपीएस बढ़ाकर 6.7 फीसदी कर दिया था।

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