Delhi : इश्क में सब कुछ हार बैठा आशिक, लेकिन जब लड़की आई मिलने… कहानी ने ले लिया खतरनाक मोड़

भारत में अपराध की खबरें आए दिन सुर्खियां बनती हैं, लेकिन कुछ घटनाएं ऐसी होती हैं जो समाज के सामने गंभीर सवाल खड़े कर देती हैं। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में दहेज की बलि चढ़ी एक बेटी की कहानी हो या दिल्ली में प्रेम और विश्वासघात की आग में जलती जिंदगियां, ये घटनाएं हमें सोचने पर मजबूर करती हैं। आइए, इन दिल दहलाने वाली घटनाओं के बारे में विस्तार से जानते हैं।
कुशीनगर: दहेज की भेंट चढ़ी गीता की जिंदगी
कुशीनगर में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने दहेज जैसी सामाजिक बुराई की क्रूर सच्चाई को फिर से उजागर किया है। गीता, एक युवती जिसका सपना था खुशहाल वैवाहिक जीवन, अपने ही पति विशाल की क्रूरता का शिकार हो गई। विशाल ने दहेज की मांग पूरी न होने पर गीता की हत्या कर दी और शव को नदी किनारे दफना दिया।
42 दिनों तक वह पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन सख्त पूछताछ में आखिरकार उसने सच उगल दिया। पुलिस ने शव बरामद कर विशाल को गिरफ्तार कर लिया। यह घटना समाज में दहेज प्रथा की जड़ों को और गहरा करने वाली है, जो आज भी कई बेटियों की जिंदगी छीन रही है।
दिल्ली: प्रेम में धोखे की कीमत चुकानी पड़ी जान से
दिल्ली, देश की राजधानी, जहां हर दिन लाखों सपने साकार होते हैं, वहां भी अपराध की काली छाया कम नहीं है। हाल ही में नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के जीटीबी एंक्लेव में एक युवती की गोली मारकर हत्या ने सभी को स्तब्ध कर दिया। हत्यारा कोई और नहीं, बल्कि उसका प्रेमी रिजवान था, जिसे पुलिस ने हरियाणा के करनाल से गिरफ्तार किया।
पूछताछ में रिजवान ने बताया कि उसकी प्रेमिका से सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती हुई थी, जो प्यार में बदल गई। लेकिन जब उसे शक हुआ कि उसकी प्रेमिका उसे धोखा दे रही है, तो उसने गुस्से में आकर हत्या की साजिश रची। 14 अप्रैल की शाम उसने प्रेमिका को बुलाया, बहस के बाद पिस्तौल निकाली और सीने में गोली दाग दी। युवती की मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना प्रेम में विश्वासघात और आवेग की खतरनाक परिणति को दर्शाती है।
सीलमपुर: नाबालिग की चाकू मारकर हत्या
दिल्ली के सीलमपुर इलाके में एक और दिल दहलाने वाली घटना ने लोगों को झकझोर दिया। 17 साल के किशोर कुणाल की गुरुवार शाम चाकू मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस को शाम 7:30 बजे जे-ब्लॉक में चाकूबाजी की सूचना मिली। घायल कुणाल को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वह जिंदगी की जंग हार गया।
गुस्साए परिजनों ने सड़क जाम कर हंगामा किया, जिसके बाद पुलिस ने क्राइम टीम को बुलाकर जांच शुरू की। हत्यारे की तलाश में पुलिस की टीमें लगातार छानबीन कर रही हैं। यह घटना दिल्ली में बढ़ती हिंसा और युवाओं के बीच आपसी झगड़ों की गंभीर समस्या को उजागर करती है।
समाज के सामने सवाल
इन घटनाओं ने न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, बल्कि सामाजिक मूल्यों और मानसिकता पर भी गहरी चोट की है। दहेज जैसी कुप्रथा आज भी समाज को खोखला कर रही है, तो वहीं प्रेम में विश्वासघात और हिंसा की घटनाएं युवाओं के बीच बढ़ती असहिष्णुता को दर्शाती हैं। दिल्ली जैसे महानगर में सुरक्षा की कमी और अपराधों का बढ़ना चिंता का विषय है। क्या यह समाज की असफलता नहीं है कि हम अपनी बेटियों और युवाओं को सुरक्षित भविष्य नहीं दे पा रहे?