Health Tips : दिमाग की ताकत छीन रहीं ये रोज़ की आदतें, क्या आप भी कर रहे हैं ये गलतियां

Health Tips : हर दिन की ये गलत आदतें आपकी याददाश्त को तेजी से कमजोर कर सकती हैं। जानिए कैसे छोटी-छोटी चीजें आपके दिमाग पर डालती हैं बुरा असर और क्या हैं इससे बचने के उपाय।
Health Tips : दिमाग की ताकत छीन रहीं ये रोज़ की आदतें, क्या आप भी कर रहे हैं ये गलतियां

Health Tips : हर इंसान के लिए अच्छी यादाश्त होना बेहद जरूरी है। चाहे रोज़मर्रा के छोटे-मोटे काम हों या जिंदगी के खास पलों को हमेशा के लिए दिल में बसाना हो, सब कुछ हमारी मेमोरी पर ही टिका होता है।

आपने कभी सोचा है कि कोई इंसान जिंदगी में कितना आगे बढ़ेगा, यह भी उसके दिमाग की ताकत और यादाश्त पर काफी हद तक निर्भर करता है। आमतौर पर हम मानते हैं कि उम्र बढ़ने के साथ यादाश्त कमज़ोर होती है, लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी और गलत आदतों का असर भी हमारे दिमाग पर पड़ रहा है।

हम जाने-अनजाने में कुछ ऐसी चीज़ें करते हैं जो हमारी मेमोरी को धीरे-धीरे कमज़ोर बना देती हैं। आइए, उन आदतों पर नज़र डालते हैं जिन्हें हमें जल्द से जल्द छोड़ देना चाहिए।

नींद की कमी से दिमाग थक जाता है

शरीर और दिमाग को तरोताज़ा रखने के लिए अच्छी नींद बहुत ज़रूरी है। जब हम पूरी नींद लेते हैं, तो न सिर्फ शरीर की थकान दूर होती है, बल्कि दिमाग भी शांत और ताज़ा महसूस करता है।

लेकिन क्या आपने कभी गौर किया कि नींद पूरी न होने पर दिमाग सुस्त और भारी-भारी सा लगता है? ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सोते वक्त हमारा दिमाग दिन भर की जानकारी को व्यवस्थित करता है और यादाश्त को मज़बूत बनाता है।

अगर नींद अधूरी रह जाए, तो यह प्रक्रिया रुक जाती है और धीरे-धीरे मेमोरी कमज़ोर होने लगती है। इसलिए हर दिन 7-8 घंटे की नींद लेना आपके दिमाग के लिए बहुत ज़रूरी है।

खराब खानपान का दिमाग पर बुरा असर

हेल्दी खाना सिर्फ शरीर के लिए ही नहीं, बल्कि दिमाग के लिए भी उतना ही ज़रूरी है। अगर आप जंक फूड, तला-भुना या प्रोसेस्ड खाना ज़्यादा खाते हैं, तो इसका असर न सिर्फ आपकी सेहत पर पड़ता है, बल्कि आपकी यादाश्त भी प्रभावित होती है।

ऐसा खाना जिसमें शुगर, अनहेल्दी फैट या प्रोसेसिंग की मात्रा ज़्यादा हो, वह दिमाग में सूजन पैदा कर सकता है। इस सूजन का सीधा असर आपकी मेमोरी पर पड़ता है और वह कमज़ोर होने लगती है। तो अगली बार खाने का मन करे, तो कुछ हेल्दी चुनें ताकि आपका दिमाग भी खुश रहे।

तनाव से यादाश्त को खतरा

आजकल की ज़िंदगी में स्ट्रेस यानी तनाव आम बात हो गई है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपकी यादाश्त का दुश्मन बन सकता है? जब हम ज़्यादा तनाव लेते हैं, तो हमारे दिमाग में ‘कोर्टिसोल’ नाम का हार्मोन बनता है।

यह हार्मोन दिमाग की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और उसकी कार्यक्षमता को कम कर देता है। नतीजा? आपकी मेमोरी धीरे-धीरे कमज़ोर होने लगती है।

तनाव से बचने के लिए योग और मेडिटेशन को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। थोड़ा सा वक्त खुद को दें, आपका दिमाग आपको धन्यवाद देगा।

मल्टीटास्किंग बन सकती है परेशानी

आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में एक साथ कई काम करना हमारी मजबूरी बन गया है। मल्टीटास्किंग को हम एक खास हुनर मानते हैं, लेकिन सच यह है कि इससे हमारे दिमाग पर बोझ पड़ता है।

जब हम एक ही समय में ढेर सारे काम करने की कोशिश करते हैं, तो न सिर्फ हमारी कार्यक्षमता कम होती है, बल्कि यादाश्त पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। इसलिए कोशिश करें कि एक बार में एक ही काम पर ध्यान दें, ताकि आपका दिमाग भी राहत महसूस करे।

फिजिकल एक्टिविटी की कमी है नुकसानदायक

आजकल हमारा लाइफस्टाइल इतना व्यस्त हो गया है कि फिजिकल एक्टिविटी के लिए वक्त निकालना मुश्किल हो जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आदत न सिर्फ शरीर को बीमार बना रही है, बल्कि दिमाग को भी कमज़ोर कर रही है?

जब हम एक्सरसाइज़ करते हैं, तो खून का दौरा बेहतर होता है और दिमाग तक ऑक्सीजन व पोषक तत्व आसानी से पहुंचते हैं।

लेकिन अगर आप बिल्कुल भी हिलते-डुलते नहीं हैं, तो दिमाग ठीक से काम नहीं कर पाता और मेमोरी भी प्रभावित होती है। तो रोज़ थोड़ा वक्त निकालें, टहलें, या हल्की-फुल्की कसरत करें।

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