Asia’s Largest Tulip Garden : 26 मार्च से खुल रहा है एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन, इस बार तोड़ेगा सारे रिकॉर्ड

Asia’s Largest Tulip Garden : एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन 26 मार्च से श्रीनगर में पर्यटकों के लिए खुलेगा। 17 लाख ट्यूलिप और नई किस्मों के साथ इस बार क्या है खास, जानें सब कुछ।
Asia’s Largest Tulip Garden : 26 मार्च से खुल रहा है एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन, इस बार तोड़ेगा सारे रिकॉर्ड

Asia’s Largest Tulip Garden :  कश्मीर की खूबसूरत वादियों में घूमने का सपना देखने वालों के लिए एक शानदार खबर है। श्रीनगर में स्थित एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन 26 मार्च से पर्यटकों के लिए अपने दरवाजे खोलने जा रहा है।

डल झील के किनारे पहाड़ों की गोद में बसा यह गार्डन हर साल लाखों लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस बार भी इसमें कुछ खास होने वाला है, जो इसे और भी यादगार बना देगा।

तो चलिए, जानते हैं कि इस बार ट्यूलिप गार्डन में क्या कुछ खास होने वाला है और इसे क्यों हर किसी को देखने जाना चाहिए।

ट्यूलिप गार्डन का भव्य उद्घाटन और इसकी खासियत

श्रीनगर का यह मशहूर ट्यूलिप गार्डन, जिसे इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन के नाम से जाना जाता है, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा उद्घाटित किया जाएगा। यह गार्डन 55 हेक्टेयर में फैला हुआ है और इसमें करीब 17 लाख ट्यूलिप फूलों के बल्ब लगाए गए हैं।

हर साल बसंत के मौसम में यह गार्डन रंग-बिरंगे फूलों से भर जाता है, जो इसे प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए स्वर्ग बनाता है। इस बार फ्लोरीकल्चर विभाग ने ट्यूलिप की दो नई किस्मों को भी शामिल किया है, जिससे इसकी खूबसूरती में चार चांद लगने वाले हैं। कुल 74 तरह के ट्यूलिप फूल यहां खिलते नजर आएंगे, जो हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देंगे।

क्यों खास है यह ट्यूलिप गार्डन?

कश्मीर का यह ट्यूलिप गार्डन सिर्फ फूलों का बगीचा नहीं है, बल्कि यह पर्यटन के लिए भी बेहद खास है। साल 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने इसे शुरू किया था, ताकि कश्मीर में पर्यटन सीजन को बढ़ावा मिल सके।

पहले इसे सिराज बाग के नाम से जाना जाता था, लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन रखा गया। डल झील के पास पहाड़ों की तलहटी में बने इस गार्डन का नजारा इतना खूबसूरत है कि इसे देखने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं।

पिछले साल यहां 4.65 लाख पर्यटकों ने इसकी सैर की थी, और इस बार उम्मीद है कि यह संख्या पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ देगी।

इस बार क्या नया देखने को मिलेगा?

हर साल ट्यूलिप गार्डन में कुछ नया जोड़ा जाता है, और इस बार भी ऐसा ही होने जा रहा है। फ्लोरीकल्चर विभाग के सहायक अधिकारी आसिफ अहमद बताते हैं कि इस बार गार्डन में ट्यूलिप के साथ-साथ हाइसिंथ, डेफोडिल, मस्करी और साइक्लैमेन जैसे फूलों को भी लगाया जाएगा।

ये फूल गार्डन की रंगत को और निखारेंगे। इसके अलावा, गार्डन का विस्तार अब पूरी तरह हो चुका है, जिससे पर्यटकों को पहले से ज्यादा जगह और सुविधाएं मिलेंगी। अगर आप फूलों की विविधता और प्रकृति की सुंदरता को करीब से देखना चाहते हैं, तो यह गार्डन आपके लिए परफेक्ट है।

ट्यूलिप गार्डन में सैर का अलग मजा

इस गार्डन में घूमने का अपना ही मजा है। आप यहां करीब 15 किलोमीटर तक पैदल चलकर फूलों की खूबसूरती को निहार सकते हैं। इस दौरान आपको हर हफ्ते होने वाले फ्लावर शो देखने को मिलेंगे, जो आपकी यात्रा को और भी खास बना देंगे। गार्डन में सुंदर तालाब और कई रेस्टोरेंट भी हैं, जहां आप थकान मिटा सकते हैं और स्वादिष्ट खाने का लुत्फ उठा सकते हैं।

यह जगह बच्चों से लेकर बड़ों तक, हर किसी के लिए एक यादगार अनुभव लेकर आती है।

पर्यटन के लिए क्यों जरूरी है यह गार्डन?

कश्मीर में पर्यटन सीजन की शुरुआत ट्यूलिप गार्डन के खुलने से होती है। यह न सिर्फ स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का साधन है, बल्कि कश्मीर की खूबसूरती को दुनिया भर में पहुंचाने का जरिया भी है।

हर साल यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है, और ट्यूलिप की किस्मों में भी इजाफा हो रहा है। अधिकारियों का मानना है कि इस बार गार्डन की लोकप्रियता पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ देगी। अगर आप कश्मीर घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो 26 मार्च से शुरू होने वाले इस सीजन को मिस न करें।

कश्मीर की शान: ट्यूलिप गार्डन का इतिहास

इस गार्डन की नींव 2007 में रखी गई थी, और तब से यह कश्मीर का एक अहम हिस्सा बन चुका है। 17 लाख ट्यूलिप बल्बों से सजा यह गार्डन हर साल बसंत में खिल उठता है और दूर-दूर से लोगों को अपनी ओर बुलाता है।

इसे शुरू करने का मकसद कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देना था, और यह कहना गलत नहीं होगा कि यह अपनी मंशा में पूरी तरह कामयाब हुआ है। अगर आप प्रकृति और फूलों के शौकीन हैं, तो यह गार्डन आपकी ट्रैवल लिस्ट में जरूर होना चाहिए।

कैसे पहुंचें ट्यूलिप गार्डन?

श्रीनगर में डल झील के पास स्थित इस गार्डन तक पहुंचना बेहद आसान है। आप श्रीनगर हवाई अड्डे से टैक्सी या लोकल ट्रांसपोर्ट लेकर यहां पहुंच सकते हैं। गार्डन सुबह से शाम तक खुला रहता है, और इसकी खूबसूरती को देखने का सबसे अच्छा समय सुबह का होता है।

तो अगर आप कश्मीर की सैर पर निकल रहे हैं, तो अपने बैग पैक करें और इस खूबसूरत जगह को एक्सप्लोर करने के लिए तैयार हो जाएं।

Share this story

Icon News Hub