Majedar Chutkule: टीचर- तुम पढ़ने में ध्यान क्यों नहीं देते हो?

इंसान के लिए हंसना बेहद जरूरी है। दिनभर के काम से खाली होने के बाद मन को तरोताजा रखने के लिए जरूर हंसना चाहिए। हंसने से आपकी दिनभर की थकान दूर हो जाती है। 
Majedar Chutkule: टीचर- तुम पढ़ने में ध्यान क्यों नहीं देते हो?

हंसने से आपका मन खुश रहता है और आप तरोताजा महसूस करते हैं। हंसने के कई तरीके हैं, लेकिन आप जोक्स और चुटकुले पढ़कर भी हंस सकते हैं। इसीलिए हम आपको हंसाने के लिए कुछ मजेदार जोक्स लेकर आए हैं।

इन जोक्स को पढ़कर आप हंस हंसकर लोटपोट हो जाएंगे। तो, आइए शुरू करते हैं हंसने और हंसाने का सिलसिला।

1. संता अपना लेसन याद करके नहीं आया।
टीचर- अपना लेसन याद क्यों नहीं किया ?
संता- जी मैम, कल रात को जैसे ही पढ़ने बैठा, लाइट चली गई।
टीचर- तो फिर लाइट नहीं आई क्या ?
संता- आई, पर फिर से जैसे ही पढ़ने बैठा फिर चली गई।
टीचर- अरे तो फिर लाइट नहीं आई क्या?
संता- आई थी, पर मैं फिर इस डर से पढ़ने नहीं बैठा कि फिर से ना चली जाए!

2. टीटू ऑफिस में लेट पहुंचा, 
बॉस- कहां थे अब तक? 
टीटू- जी वो गर्लफ्रेंड को कॉलेज छोड़ने गया था, 
बॉस- शटअप, कल से ऑफिस टाइम से आना नहीं तो खैर नहीं, 
टीटू- ठीक है तो अपनी बेटी को खुद ही कॉलेज छोड़ देना।
बॉस बेहोश! 

3. चिंटू- अपने देश में मृत्यु की औसत दर क्या है ?
मिंटू- सौ फीसदी !!!
चिंटू- सौ फीसदी... क्या मतलब?
मिंटू- मतलब यह कि जो भी जन्म लेता है, वह जरूर मरता है।

4. चिंटू केले खरीदने गया
चिंटू- एक केला कितने का है भाई ?
दुकानवाला- दस रूपये का है
चिंटू- चार रूपये में दे दे
दुकानवाला- चार रूपये में छिलका दूंगा
चिंटू- ये ले छह रूपये सिर्फ केला दे दे छिलका तू रख ले

5. टीचर- तुम पढ़ने में ध्यान क्यों नहीं देते हो?
छात्र- क्योंकि पढाई सिर्फ दो वजहों से की जाती है...
पहला कारण- डर से
दूसरा कारण- शौक से और, बिना वजह के शौक हम रखते नहीं और डरते तो किसी के बाप से नहीं।

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