अरशद नदीम के गोल्ड जीतने पर शहबाज शरीफ ने दी कुछ इस तरह से बधाई भड़क गयी जनता

शहबाज शरीफ की पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर आग लगी ही हुई थी कि पाकिस्तानी राजनेता राणा मशूद ने इसमें घी डालने का काम कर दिया। वह अरशद नदीम को पेरिस ओलंपिक में भाग लेने का अवसर देने के लिए पीएम शहबाज को श्रेय देने लगे। 
अरशद नदीम के गोल्ड जीतने पर शहबाज शरीफ ने दी कुछ इस तरह से बधाई भड़क गयी जनता

भाला फेंक खिलाड़ी अरशद नदीम ने पेरिस ओलंपिक में पाकिस्तान के लिए पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीता है। इस 27 साल के प्लेयर ने 92.97 मीटर के रिकॉर्ड थ्रो के साथ ओलंपिक में पाकिस्तान के स्वर्ण पदक का 40 साल का सूखा खत्म किया। इस उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में पाकिस्तानी सड़कों पर निकल आए।

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने इस ऐतिहासिक प्रदर्शन के लिए एक्स पर पोस्ट करके बधाई दी। हालांकि, इस ट्वीट के साथ शहबाज ने नदीम को 10 लाख रुपये का चेक देते हुए पुरानी फोटो पोस्ट कर दी। इसे लेकर उनकी तीखी आलोचना की जा रही है और सोशल मीडिया यूजर्स जमकर कमेंट कर रहे हैं।

शहबाज शरीफ की पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर आग लगी ही हुई थी कि पाकिस्तानी राजनेता राणा मशूद ने इसमें घी डालने का काम कर दिया। वह अरशद नदीम को पेरिस ओलंपिक में भाग लेने का अवसर देने के लिए पीएम शहबाज को श्रेय देने लगे।

उन्होंने एक वीडियो भी पोस्ट किया जिसमें मशूद और शरीफ जश्न मनाते दिख रहे हैं। दरअसल, बीते मार्च में नदीम ने मीडिया से बात करते हुए अपने लिए मदद की अपील की थी। नदीम ने पाकिस्तानी अधिकारियों से अपने पुराने भाले को बदलने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि यह अब बड़े मुकाबलों के लिए सही नहीं है। साथ ही, वह 7-8 साल से एक ही भाले का इस्तेमाल कर रहे हैं।

यूजर्स बोले- आपको शर्म आनी चाहिए कि....

इतना ही नहीं, अरशद नदीम को 2020 में टोक्यो ओलंपिक के लिए सरकार से यात्रा में कोई वित्तीय सहायता नहीं मिली थी। बताया जाता है कि दूसरे अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के लिए उनके दोस्तों और पड़ोसियों ने मदद की थी। इन्हीं सब बातों को लेकर इंटरनेट यूजर्स भड़के हुए हैं।

शहबाज शरीफ की पोस्ट पर एक यूजर ने कमेंट किया, 'जरा उनकी मानसिकता तो देखिए! आप उन्हें 10 लाख रुपये का चेक देते हुए तस्वीर क्यों अपलोड करेंगे? यह क्लासलेस है और आप अनभिज्ञ है।' एक अन्य यूजर ने इसे अरशद और देश का अपमान करार दिया। उन्होंने कहा, 'दुनिया को यह दिखाने के लिए आपको शर्म आनी चाहिए। आपने इस शानदार उपलब्धि के लिए महज 10 लाख रुपये दिए, जिसमें सरकार का कोई योगदान नहीं था।'

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