Shiv Puja : शिवलिंग पर चढ़ाएं ये खास चीज, हर कष्ट होगा दूर बिना किसी टोटके के

Shiv Puja : सोमवार के दिन शिव पूजा क्यों की जाती है? जानिए शिवलिंग पर जल, दूध, तिल, शहद, चंदन आदि चढ़ाने के पीछे का रहस्य और कैसे यह पूजा जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाती है।
Shiv Puja : शिवलिंग पर चढ़ाएं ये खास चीज, हर कष्ट होगा दूर बिना किसी टोटके के

Shiv Puja : सनातन धर्म में भगवान शिव को सबसे करुणामय और शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता माना गया है। विशेषकर सोमवार का दिन शिवजी को समर्पित होता है। देशभर में लाखों श्रद्धालु इस दिन उपवास रखते हैं, शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं और गहरी आस्था के साथ महामृत्युंजय मंत्र या “ॐ नमः शिवाय” का जाप करते हैं।

मान्यता है कि शिवजी की पूजा सच्चे मन से की जाए, तो वे तुरंत कृपा बरसाते हैं। चाहे जीवन में दुःख हो, तनाव हो या मनोकामना अधूरी हो — शिव की भक्ति सब कुछ संभव बना देती है।

चंद्रमा और शिव का गहरा नाता

सोमवार को चंद्रमा का दिन माना गया है, और चंद्रदेव स्वयं शिवजी की जटाओं में वास करते हैं। इसलिए इस दिन शिव की पूजा करना अत्यंत फलदायक माना जाता है। यह पूजा न केवल मानसिक शांति देती है, बल्कि जीवन के कष्टों को भी हरती है।

श्रद्धा से किया गया अभिषेक — चाहे वह जल से हो या दूध से — जीवन में नई ऊर्जा भर देता है। लोग कहते हैं कि सोमवार को किया गया शिव अभिषेक रोग, पाप और दुखों से मुक्ति दिलाता है।

दूध, तिल और दही: शिव को अर्पित करने के गहरे अर्थ

शिवलिंग पर शुद्ध दूध चढ़ाने से संतान सुख की प्राप्ति होती है और परिवार में आरोग्य बना रहता है। वहीं तिल से अभिषेक करने पर मानसिक शक्ति और आत्मबल में वृद्धि होती है।

दही को प्रेम और संतुलन का प्रतीक माना जाता है। जब इसे शिवलिंग पर अर्पित किया जाता है, तो पारिवारिक जीवन में सामंजस्य और सौहार्द बढ़ता है।

घी, इत्र और चंदन से मिलती है शिव की विशेष कृपा

घी बुद्धि, तेज और साहस का प्रतीक है। शिवलिंग पर घी चढ़ाने से न केवल मनोबल बढ़ता है बल्कि आत्मविश्वास भी मिलता है। अगर आप अपने जीवन में निर्णय लेने में कठिनाई महसूस करते हैं, तो यह उपाय बेहद प्रभावी हो सकता है।

इत्र और चंदन शिव को अत्यंत प्रिय हैं। इत्र चढ़ाने से मन को शांति मिलती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, वहीं चंदन मानसिक शीतलता और सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ाता है।

शहद और केसर: जीवन में आकर्षण और प्रेम का संचार

शहद, जो मिठास का प्रतीक है, शिवलिंग पर अर्पित करने से व्यक्ति की वाणी मधुर होती है और लोगों में आकर्षण बढ़ता है। वहीं, केसर प्रेम, सौंदर्य और सौभाग्य का द्योतक है — इसे शिवलिंग पर चढ़ाने से वैवाहिक जीवन में प्रेम बना रहता है।

परंपरागत सामग्री का महत्व

गेहूं, चावल, गन्ने का रस और धतूरा जैसी सामग्री भी शिव पूजा में अत्यंत शुभ मानी जाती हैं। ये न केवल ऐश्वर्य और समृद्धि प्रदान करती हैं, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाती हैं।

चमत्कारी लाभ: श्रद्धा और नियम से करें शिव पूजा

यदि आपके जीवन में समस्याएं लगातार बनी हुई हैं — स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता, मन अशांत है, या रिश्तों में खटास है — तो सोमवार की शिव पूजा आपके लिए संजीवनी सिद्ध हो सकती है।

आप सिर्फ पूजा नहीं कर रहे होते, आप शिव से जुड़ रहे होते हैं। यह जुड़ाव आत्मा को बल, मन को स्थिरता और जीवन को उद्देश्य देता है।

शिव भक्ति: आत्मा से परमात्मा तक का सफर

Shiv Puja केवल एक धार्मिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि यह आत्मा से शिव तक की यात्रा है। जब श्रद्धा सच्ची हो और पूजा नियमपूर्वक की जाए, तो शिव स्वयं अपने भक्तों की झोली भर देते हैं — प्रेम, सुरक्षा और सफलता से।

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