Vastu For Home Temple : घर के मंदिर से जुड़े ये नियम बदल सकते हैं आपकी किस्मत, बस फॉलो करें ये वास्तु टिप्स

Vastu For Home Temple : घर का मंदिर सिर्फ एक पूजा स्थल नहीं, बल्कि घर की ऊर्जा का केंद्र होता है। वास्तु के अनुसार कुछ नियमों को अपनाकर न सिर्फ शांति, बल्कि समृद्धि भी सुनिश्चित की जा सकती है। जानें वो ज़रूरी बातें जो मंदिर को लेकर आपको जरूर मालूम होनी चाहिए।
Vastu For Home Temple : घर के मंदिर से जुड़े ये नियम बदल सकते हैं आपकी किस्मत, बस फॉलो करें ये वास्तु टिप्स

Vastu For Home Temple : सनातन संस्कृति में वास्तु शास्त्र को केवल भवन निर्माण तक सीमित नहीं रखा गया, बल्कि इसे जीवन की दिशा और ऊर्जा से भी जोड़ा गया है। घर का मंदिर — यानी पवित्रता का केंद्र — हमारे मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन का आधार बन सकता है।

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर मंदिर को गलत दिशा में रखा जाए, या उसमें अनावश्यक चीजें रख दी जाएं, तो क्या होगा?

असल में, ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश कर सकती है, और जीवन में समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसलिए जरूरी है कि हम कुछ बुनियादी वास्तु नियमों को समझें और उन्हें अपने पवित्र स्थान पर लागू करें।

मंदिर रखने की सही दिशा क्या है?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का मंदिर पूर्व दिशा या उत्तर-पूर्व कोना (ईशान कोण) में होना चाहिए। ये दिशाएं सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं और पूजा में एक विशेष प्रकार की चेतना का संचार करती हैं। अगर आपके घर में ये स्थान खाली नहीं है, तो कोशिश करें कि मंदिर दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम दिशा में न रखें।

क्या न रखें घर के मंदिर में?

अब बात करते हैं उन चीज़ों की जिन्हें भूलकर भी मंदिर में नहीं रखना चाहिए:

टूटी हुई मूर्तियाँ या खंडित तस्वीरें: ये नकारात्मक ऊर्जा का केंद्र बनती हैं।

जूते-चप्पल के पास मंदिर: ये पवित्रता को भंग कर सकते हैं।

स्टोर की हुई सामग्री: मंदिर को गोदाम न बनाएं। यह स्थान केवल पूजा के लिए होना चाहिए।

मंदिर में अनावश्यक वस्तुएं रखने से वास्तु दोष पैदा हो सकता है, जो घर की समृद्धि को प्रभावित कर सकता है।

शुद्धता और सादगी – मंदिर की आत्मा

मंदिर की सफाई और शुद्धता पर विशेष ध्यान देना चाहिए। रोज़ाना दीपक जलाना, अगरबत्ती लगाना और शांतिपूर्वक ध्यान करना — ये सब छोटी-छोटी चीज़ें बड़े बदलाव ला सकती हैं।

इसके अलावा, मंदिर में तांबे या पीतल के बर्तन रखने से सकारात्मक ऊर्जा और अधिक बढ़ती है।

जब मंदिर सही हो, तो मन भी शांत होता है

एक साफ़, सुव्यवस्थित और वास्तु-अनुसार मंदिर घर में शांति, संतुलन और समृद्धि को न्यौता देता है। चाहे आर्थिक समस्याएं हों या मानसिक तनाव, घर के मंदिर से निकलने वाली ऊर्जा बहुत हद तक इनसे निजात दिला सकती है।

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