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रणजी ट्रॉफी से बाहर हुए अंकित बावने, जानिए क्या था पूरा मामला

इस घटना के बाद कुलकर्णी ने बयान दिया था कि अगर खिलाडिय़ों पर निर्णय का विरोध करने पर जुर्माने और दंड का प्रावधान है तो अंपायरों का भी मूल्यांकन क्यों नहीं होता? ऐसे अंपायर, अंपायरिंग करना कैसे जारी रख सकते हैं, जिससे खेल भी प्रभावित होता हो। 
रणजी ट्रॉफी से बाहर हुए अंकित बावने, जानिए क्या था पूरा मामला
रणजी ट्रॉफी से बाहर हुए अंकित बावने, जानिए क्या था पूरा मामला

नासिक : महाराष्ट्र के बल्लेबाज़ अंकित बावने पर अंपायर के फ़ैसले का विरोध करने के कारण एक मैच का प्रतिबंध लगा है। यह प्रतिबंध गुरूवार से शुरू हुए रणजी ट्रॉफ़ी के छठे राउंड के मैच पर लागू हुआ और वह नासिक में शुरू हुए बड़ौदा के ख़िलाफ़ ग्रुप ए मैच का हिस्सा नहीं बन पाए। इस निर्णय की जानकारी मैच से ठीक पहले टीम प्रबंधन को दी गई।

बावने ने रणजी ट्रॉफ़ी के पांचवें राउंड के दौरान सर्विसेज के ख़िलाफ़ मैच में अपने आउट करार देने के फ़ैसले का विरोध किया था। उनका मानना था कि गेंद स्लिप में खड़े शुभम रोहिल्ला के हाथ में पहुंचने से पहले ज़मीन को छूकर गई थी। रिप्ले में भी यही दिखा लेकिन चूंकि यह मैच सिफऱ् स्ट्रीमिंग हो रहा था, टेलीवाइ नहीं इसलिए बावने इसके लिए रिव्यू नहीं ले पाए। आपको बता दें कि रणजी ट्रॉफ़ी का जो मैच टेलीविजऩ पर नहीं आता, उसमें डीआरएस भी नहीं होता।

उस मैच में महाराष्ट्र के कप्तान रहे बावने ने इस निर्णय के बाद मैदान को छोडऩे से इनकार कर दिया था, जिसके कारण लगभग 15 मिनट तक खेल रूका रहा। मैच रेफऱी अमित शर्मा और महाराष्ट्र के कोच सुलक्षण कुलकर्णी के हस्तक्षेप के बाद ही मैच दोबारा शुरू हो पाया।

इस घटना के बाद कुलकर्णी ने बयान दिया था कि अगर खिलाडिय़ों पर निर्णय का विरोध करने पर जुर्माने और दंड का प्रावधान है तो अंपायरों का भी मूल्यांकन क्यों नहीं होता? ऐसे अंपायर, अंपायरिंग करना कैसे जारी रख सकते हैं, जिससे खेल भी प्रभावित होता हो। अगर आप ऐसे ब्लंडर करेंगे, तो खिलाड़ी ग़ुस्सा करेगा ही।

उस समय महाराष्ट्र के नियमित कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने भी इस पर अपनी नाराजग़ी जाहिर की थी और अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर रिप्ले के फ़ुटेज़ डाले थे। तब गायकवाड़ इंडिया ए टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया में थे।

बावने इस रणजी सीजऩ महाराष्ट्र के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। उन्होंने पांच मैचों में एक शतक और दो अर्धशतकों के साथ 51.57 की औसत से 361 रन बनाए हैं।

महाराष्ट्र फि़लहाल अपने ग्रुप में नीचे से दूसरे स्थान पर है और नॉकआउट में पहुंचने के दौड़ से बाहर हो चुकी है।

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