Haryana News : गोलियां चलाकर फरार हुए हमलावर, चमत्कार से बची क्लासरूम में बैठे बच्चों की जान

Haryana News : हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले का शाहाबाद इलाका उस वक्त दहशत में डूब गया, जब लाडवा रोड पर स्थित पीआर ग्लोबल IELTS इंस्टीट्यूट में दो बाइक सवार बदमाशों ने दिनदहाड़े गोलियां बरसा दीं। वीरवार दोपहर हुई इस वारदात ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी।
उस समय क्लासरूम में कई बच्चे पढ़ाई में मशगूल थे, लेकिन गनीमत रही कि गोलियां ऊपर से गुजर गईं और कोई छात्र घायल नहीं हुआ। हमलावर फायरिंग के बाद बाइक पर सवार होकर फरार हो गए, जिसके बाद पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।
रिसेप्शनिस्ट के पिता पर हमला
इस गोलीकांड में घायल हुए भूषण कुमार, जो इंस्टीट्यूट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करने वाली अपनी बेटी भारती को खाना देने आए थे। बदमाशों ने अचानक ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें भूषण गोली का शिकार हो गए। उन्हें तुरंत शाहाबाद के सिविल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन हालत गंभीर होने के कारण उन्हें आदेश अस्पताल रेफर कर दिया गया। यह देख हर कोई हैरान था कि एक आम इंसान, जो अपनी बेटी के लिए खाना लाया था, कैसे इस हिंसा का निशाना बन गया।
फिरौती की कॉल और रहस्यमयी हमलावर
घटना के बाद एक नया मोड़ तब आया, जब इंस्टीट्यूट के मालिक पंकुश कक्कड़ के फोन पर एक विदेशी नंबर से कॉल आई। कॉलर ने फिरौती की मांग की, जिससे यह शक गहरा गया कि यह फायरिंग महज हादसा नहीं, बल्कि सुनियोजित साजिश थी। हालांकि, पुलिस ने इस बारे में अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
दिलचस्प बात यह है कि रिसेप्शनिस्ट भारती ने बताया कि हमलावर एक दिन पहले बुधवार को भी इंस्टीट्यूट में आए थे। उन्होंने एडमिशन का बहाना बनाया था। घटना वाले दिन एक हमलावर ने काली शर्ट और सिर पर सफेद कपड़ा बांधा था, जबकि दूसरा टोपी पहने हुए था। दोनों ने अंदर घुसते ही गोलियां चलानी शुरू कर दीं।
पुलिस की जांच और इलाके में दहशत
शाहाबाद में इस गोलीकांड के बाद लाडवा रोड पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। हर कोई यह जानना चाहता था कि आखिर यह हिंसा क्यों हुई। पुलिस ने घटनास्थल से गोलियों के खोल बरामद किए हैं और सीसीटीवी फुटेज की छानबीन शुरू कर दी है। फुटेज में हमलावर साफ दिखाई दे रहे हैं। जिला अपराध शाखा, फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड भी मौके पर पहुंचे और सबूत जुटाने में जुट गए। यह घटना न सिर्फ कुरुक्षेत्र के लिए, बल्कि पूरे हरियाणा में बढ़ती आपराधिक घटनाओं का सबूत बन गई है। लोग अब पुलिस से सख्त कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।
क्या सुरक्षित हैं हमारे बच्चे?
यह फायरिंग इसलिए भी डरावनी है, क्योंकि यह उस वक्त हुई जब क्लासरूम में बच्चे पढ़ाई कर रहे थे। भले ही कोई बच्चा घायल नहीं हुआ, लेकिन यह सोचकर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं कि अगर गोलियां निशाने से चूक न होतीं तो क्या होता। माता-पिता अब अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। हरियाणा में ऐसी घटनाएं आम लोगों के लिए बड़ा सवाल खड़ा करती हैं कि क्या अब पढ़ाई जैसी जगहें भी सुरक्षित नहीं रहीं?