Haryana News : शहीद की पत्नी से बेरहमी से मारपीट, दीवार फांदकर घर में घुसे हमलावर

Haryana News : हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के दोस्तपुर गाँव में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। यहाँ शहीद खुशीराम यादव की पत्नी प्रेम देवी पर कुछ असामाजिक तत्वों ने बेरहमी से हमला किया। इस घटना ने न केवल गाँव वालों का गुस्सा भड़काया है, बल्कि आसपास के गाँवों को भी एकजुट कर दिया है। गाँव में हुई पंचायत और पुलिस को सौंपे गए ज्ञापन ने इस मामले को और गंभीर बना दिया है। आइए, इस घटना के हर पहलू को समझते हैं और जानते हैं कि आखिर क्यों यह मामला सुर्खियों में है।
घर में घुसकर की गई हिंसा
12 अप्रैल की दोपहर, जब प्रेम देवी अपने घर में आराम कर रही थीं, तभी चार-पांच लोग लाठी-डंडों के साथ उनकी चहारदीवारी फांदकर घर में घुस आए। बिना किसी डर के इन हमलावरों ने प्रेम देवी पर हमला कर दिया, जिससे उनके पैरों में गंभीर चोटें आईं। यह पूरी घटना घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जो अब इस मामले का सबसे बड़ा सबूत है। प्रेम देवी के बेटे ने बताया कि ये लोग पहले भी कई बार जान से मारने की धमकी दे चुके थे। परिवार ने पहले भी स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज की थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
गाँव की एकजुटता और पंचायत का फैसला
इस घटना के बाद दोस्तपुर सहित आसपास के गाँवों जैसे शहबाजपुर, दताल और अलीपुर के लोग एकजुट हो गए। सोमवार को गाँव में एक पंचायत बुलाई गई, जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए। इस पंचायत में सभी ने एक स्वर में माँग की कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
गाँव वालों ने पुलिस अधीक्षक के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें साफ कहा गया कि अगर बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो गाँव में शहीद के नाम पर लगे स्कूल के बोर्ड को हटाने की माँग उठेगी। पंचायत में मौजूद लोगों ने कहा कि गाँव में बदमाशों के हौसले बुलंद हो गए हैं, और अब समय आ गया है कि प्रशासन इस पर कड़ा रुख अपनाए।
पुलिस का आश्वासन, लेकिन क्या होगा भरोसा?
पंचायत में नांगल चौधरी थाना प्रभारी छतरपाल भी मौजूद थे। उन्होंने गाँव वालों को भरोसा दिलाया कि ऐसी घटनाएँ दोबारा नहीं होंगी। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस समय-समय पर गाँव में गश्त करेगी और सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। लेकिन गाँव वालों का कहना है कि पहले भी कई शिकायतें की गई थीं, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब सवाल यह है कि क्या पुलिस का यह आश्वासन गाँव वालों का भरोसा जीत पाएगा?
शहीद का परिवार और सेना से रिश्ता
इस घटना ने इसलिए भी ज्यादा तूल पकड़ा है क्योंकि शहीद खुशीराम यादव का परिवार देश सेवा से जुड़ा है। उनका बेटा भी भारतीय सेना में अपनी सेवाएँ दे रहा है। ऐसे में शहीद की विधवा पत्नी पर हमला न केवल परिवार के लिए, बल्कि पूरे गाँव और देश के लिए शर्मिंदगी की बात है।
परिवार ने पहले भी पड़ोसियों से मिल रही धमकियों की शिकायत की थी। सात अप्रैल को भी थाने में लिखित शिकायत दी गई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। यही वजह है कि परिवार ने अपने घर में सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे, जो अब इस मामले को सुलझाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।