Haryana News: अब नहीं जाना पड़ेगा दिल्ली-जयपुर, रेवाड़ी AIIMS से इन 10 जिलों को मिलेगी राहत

Haryana News: हरियाणा के रेवाड़ी जिले में बन रहा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) न केवल प्रदेश का सबसे बड़ा स्वास्थ्य प्रोजेक्ट है, बल्कि यह दक्षिणी हरियाणा और पड़ोसी राजस्थान के लाखों लोगों के लिए एक नई उम्मीद भी लेकर आ रहा है। यह विशाल परियोजना स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाने का वादा करती है, जिससे स्थानीय लोगों को अब दिल्ली, जयपुर या गुरुग्राम जैसे बड़े शहरों की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा। आइए, इस प्रोजेक्ट की खासियतों और इसके प्रभाव को करीब से समझते हैं।
तेजी से बढ़ रहा है निर्माण कार्य
रेवाड़ी के माजरा गांव में महेंद्रगढ़ बस स्टैंड से करीब 38 किलोमीटर की दूरी पर यह AIIMS बनाया जा रहा है। निर्माण कार्य जोर-शोर से चल रहा है, और उम्मीद है कि अगले साल तक यह भव्य स्वास्थ्य संस्थान अपनी सेवाएं शुरू कर देगा। इस प्रोजेक्ट की लागत 1243 करोड़ रुपये है, और यह हरियाणा के स्वास्थ्य ढांचे को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह AIIMS उनके लिए एक सपने के सच होने जैसा है, क्योंकि अब उन्हें गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए लंबी यात्राएं नहीं करनी पड़ेंगी।
दक्षिणी हरियाणा और राजस्थान को मिलेगा लाभ
इस AIIMS का सबसे बड़ा फायदा दक्षिणी हरियाणा के आठ जिलों—रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, भिवानी, रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम और मेवात—को मिलेगा। इसके अलावा, राजस्थान के अलवर और झुंझुनू जिले भी इस स्वास्थ्य सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। खासकर महेंद्रगढ़ की करीब 15 लाख आबादी के लिए यह प्रोजेक्ट किसी वरदान से कम नहीं है। अलवर और झुंझुनू की सीमाएं रेवाड़ी से सटी होने के कारण, इन क्षेत्रों के मरीजों को भी तुरंत और बेहतर इलाज मिल सकेगा।
पहले, इन इलाकों के लोग छोटी-बड़ी बीमारियों के लिए रोहतक, जयपुर या दिल्ली जैसे शहरों पर निर्भर थे। लंबी दूरी और भारी खर्च के कारण कई बार समय पर इलाज मिलना मुश्किल हो जाता था। अब, इस AIIMS के बनने से न केवल समय और पैसे की बचत होगी, बल्कि मरीजों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध होंगी।
रोजगार के नए अवसर
यह AIIMS केवल स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करेगा। अनुमान है कि इस परियोजना से करीब 15,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। स्थानीय युवाओं के लिए यह एक सुनहरा अवसर होगा, जो न केवल उनके जीवन को बेहतर बनाएगा, बल्कि पूरे क्षेत्र के विकास में भी योगदान देगा।
एक राजनीतिक सपने का सच होना
2014 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेवाड़ी में अपनी पहली रैली के दौरान इस AIIMS की घोषणा की थी। तब उन्होंने वादा किया था कि यह प्रोजेक्ट जल्द ही हकीकत में बदलेगा। आज, जब यह सपना साकार हो रहा है, तो स्थानीय लोग इसे एक ऐतिहासिक उपलब्धि मान रहे हैं। इस प्रोजेक्ट ने न केवल स्वास्थ्य क्षेत्र में बदलाव की नींव रखी है, बल्कि अहीरवाल क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की स्थिति को भी मजबूत किया है।
भविष्य की उम्मीदें
रेवाड़ी का यह AIIMS दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल हरियाणा और राजस्थान के लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाएगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी गति देगा। यह प्रोजेक्ट हरियाणा सरकार की उस प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जो सभी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए काम कर रही है।
आने वाले समय में, जब यह AIIMS अपनी पूरी क्षमता के साथ काम शुरू करेगा, तो यह निश्चित रूप से लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा। यह केवल एक अस्पताल नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है—स्वस्थ, समृद्ध और आत्मनिर्भर हरियाणा की शुरुआत।