एक दिसंबर से शुरू होगा चंडीगढ़ क्राफ्ट मेला, मैथिली समेत कई हस्तियां मचाएंगी धमाल

चंडीगढ़ प्रशासन के संस्कृति निदेशक सौरभ अरोड़ा ने मेले में दोपहर 12 बजे तक स्कूली बच्चों के लिए मुफ्त प्रवेश का एलान किया है। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, क्विज, कार्यशालाएं और अन्य गतिविधियां शामिल हैं।
एक दिसंबर से शुरू होगा चंडीगढ़ क्राफ्ट मेला, मैथिली समेत कई हस्तियां मचाएंगी धमाल
न्यूज डेस्क, दून हॉराइज़न, चंडीगढ़ (पंजाब)

देश के विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक विरासत, वेषभूषा और खान-पान की झलक दिखाने वाला चंडीगढ़ क्राफ्ट फेयर 1 से 10 दिसंबर तक मनीमाजरा के कलाग्राम में आयोजित किया जाएगा। मेले में इस बार मशहूर सूफी गायक लखविंदर वडाली समेत इंडियन आइडल फेम सलमान अली, मैथिली ठाकुर, गुलरेज अख्तर, उत्तराखंड से लोकगायिका माया उपाध्याय और हिमाचल प्रदेश से नाटी किंग कुलदीप शर्मा धमाल मचाएंगे।

उद्घाटन दिवस पर लोक और शास्त्रीय कलात्मकता का मिश्रण करने वाला एक विशेष कोरियोग्राफी प्रदर्शन होगा, जिसे संतोष नायर और उनकी टीम द्वारा कोरियोग्राफ किया जाएगा।

उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के सहयोग से आयोजित हो रहे हस्तशिल्प मेले में सांस्कृतिक कार्य विभाग, चंडीगढ़ द्वारा इस वर्ष की थीम ‘मेरा माटी मेरा देश’ को नागालैंड से प्रेरित एक मनोरम प्रवेश द्वार के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। उत्तर पूर्वी राज्य के स्थापना दिवस का रेखांकित करने वाला यह प्रवेश द्वार मेले में आगंतुकों का स्वागत करेगा।

चंडीगढ़ प्रशासन के संस्कृति सचिव हरि कालीकट ने क्राफ्ट मेले की सफलता को लेकर आयोजित एक बैठक में कहा कि मेले को मनोरंजक बनाने के साथ उपस्थित लोगों के लिए एक समृद्ध सांस्कृतिक अनुभव भी मिलेगा। विभिन्न राज्यों के लगभग 1000 लोक कलाकारों और उत्कृष्ट हस्तशिल्प की पेशकश करने वाले लगभग 200 शिल्प स्टाल लगाए जाएंगे।

दिन में मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा शाम को चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी द्वारा चयनित स्थानीय प्रतिभाएं अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगी। चंडीगढ़ प्रशासन के संस्कृति निदेशक सौरभ अरोड़ा ने मेले में दोपहर 12 बजे तक स्कूली बच्चों के लिए मुफ्त प्रवेश का एलान किया है। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, क्विज, कार्यशालाएं और अन्य गतिविधियां शामिल हैं।

16 विशाल संगीत वाद्ययंत्रों की प्रदर्शनी होगी विशेष आकर्षण

उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पटियाला द्वारा निर्मित पत्थर में नक्काशी किए गए 16 विशाल संगीत वाद्ययंत्रों की पहली प्रदर्शनी मेले में आकर्षण का केंद्र होगी। ये प्रभावशाली मूर्तियां कला का बेजोड़ नमूना हैं। मेला मैदान को ‘मेरी माटी मेरा देश’ थीम से सजाया जाएगा, जिसे परिवेश कलाकार अनूप गिरी के नेतृत्व में कुशल टीम द्वारा जीवंत किया जाएगा।

लोक कलाकारों को मिलेंगे पुरस्कार

पिछले वर्ष की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए उद्घाटन दिवस पर चयनित कलाकारों को लोक कलाओं को समर्पित पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक द्वारा घोषित ये वार्षिक पुरस्कार, लोक कलाओं में योगदान को पहचानने और सम्मानित करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हैं।

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