अमृतपाल सिंह की रिहाई का रास्ता साफ? डिब्रूगढ़ जेल से आई चौंकाने वाली खबर!

Punjab News : पंजाब की सियासत में तूफान लाने वाले 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख अमृतपाल सिंह की जिंदगी एक बार फिर चर्चा में है। 22 अप्रैल, 2025 को उनके ऊपर लगा राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) खत्म हो सकता है। इस खबर ने पंजाब से लेकर असम तक हलचल मचा दी है। पंजाब पुलिस की एक विशेष टीम अमृतपाल को लाने के लिए असम की डिब्रूगढ़ जेल की ओर रवाना हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक, उन्हें पंजाब लाकर अजनाला कोर्ट में पेश किया जाएगा। लेकिन सवाल यह है कि क्या अमृतपाल की रिहाई पंजाब की राजनीति में नया मोड़ लाएगी?
अजनाला हमले से शुरू हुआ विवाद
अमृतपाल सिंह का नाम उस वक्त सुर्खियों में आया जब 23 फरवरी, 2023 को उन्होंने अपने समर्थकों के साथ अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमला बोला। इस हमले का मकसद उनके एक सहयोगी को पुलिस हिरासत से छुड़ाना था। करीब 150-200 लोगों की भीड़ ने थाने पर धावा बोला, जिसमें छह पुलिसकर्मी घायल हुए। इस घटना के बाद अमृतपाल और उनके कई साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन पर NSA के तहत कार्रवाई हुई और उन्हें असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में भेज दिया गया। तभी से अमृतपाल जेल की सलाखों के पीछे हैं, लेकिन उनकी लोकप्रियता कम नहीं हुई।
जेल से जीता लोकसभा चुनाव
जेल में रहते हुए भी अमृतपाल ने साबित कर दिया कि उनकी आवाज को दबाना आसान नहीं है। 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने खडूर साहिब सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर हिस्सा लिया और शानदार जीत हासिल की। यह जीत न केवल उनके समर्थकों के लिए गर्व का पल थी, बल्कि पंजाब की सियासत में उनकी बढ़ती ताकत का भी सबूत थी। उनकी इस जीत ने कई सवाल खड़े किए कि क्या जेल की दीवारें किसी की लोकप्रियता को रोक सकती हैं?
सहयोगियों की रिहाई और NSA में राहत
पिछले कुछ महीनों में अमृतपाल के कई सहयोगियों को राहत मिल चुकी है। 21 मार्च, 2025 को उनके सात साथियों को डिब्रूगढ़ जेल से पंजाब लाया गया था। हाल ही में उनके करीबी सहयोगी पपलप्रीत सिंह से NSA हटा लिया गया और उन्हें अजनाला कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस रिमांड में भेजा गया। अब सभी की नजरें अमृतपाल पर टिकी हैं कि क्या उनकी रिहाई होगी या NSA की अवधि बढ़ाई जाएगी।
पंजाब पुलिस की असम यात्रा
22 अप्रैल को NSA की मियाद खत्म होने के साथ ही पंजाब पुलिस ने अमृतपाल को लाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। अमृतसर से एक विशेष पुलिस टीम डिब्रूगढ़ के लिए रवाना हो चुकी है। सूत्रों का कहना है कि अमृतपाल को पंजाब लाने के बाद अजनाला कोर्ट में उनकी पेशी होगी। इस दौरान कोर्ट का फैसला तय करेगा कि अमृतपाल की रिहाई होगी या उनकी कानूनी लड़ाई और लंबी चलेगी।
अमृतपाल: पंजाब का अगला CM उम्मीदवार?
अमृतपाल की रिहाई की खबरों के बीच एक और सनसनीखेज खबर ने जोर पकड़ा है। अकाली दल (वारिस पंजाब दे) ने हाल ही में तलवंडी साबों में आयोजित बैसाखी कॉन्फ्रेंस में अमृतपाल को पंजाब का अगला मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया है। फरीदकोट के सांसद सरबजीत सिंह खाजूसा ने कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे अगले डेढ़ साल तक अमृतपाल के लिए प्रचार करें। इस घोषणा ने पंजाब की सियासत में भूचाल ला दिया है। क्या अमृतपाल जेल से निकलकर पंजाब की सत्ता की कमान संभालेंगे? यह सवाल हर किसी के जेहन में है।
पंजाब की सियासत में क्या होगा असर?
अमृतपाल सिंह की रिहाई और उनकी सीएम उम्मीदवारी की घोषणा ने पंजाब की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है। उनके समर्थक उन्हें एक क्रांतिकारी नेता के तौर पर देखते हैं, जबकि विरोधी उनकी गतिविधियों को कानून-व्यवस्था के लिए खतरा मानते हैं। ऐसे में उनकी रिहाई और सियासी सक्रियता पंजाब के लिए क्या मायने रखती है, यह आने वाला वक्त ही बताएगा। फिलहाल, पंजाब की जनता और राजनीतिक गलियारों में इस खबर पर चर्चा जोरों पर है।