Doonhorizon

Today's Paper

Today's Paper

IAS Kumar Anurag : कॉलेज में हुए फेल, फिर भी नहीं मानी हार, करके दिखाया IAS के पद को हासिल

अनुराग ने कॉलेज में फेल होने के बावजूद हार नहीं मानी और अपने आईएएस बनने के सपने का पीछा किया और अंतत: IAS का पद भी हासिल कर भी दिखाया। 
IAS Kumar Anurag : कॉलेज में हुए फेल, फिर भी नहीं मानी हार, करके दिखाया IAS के पद को हासिल 

IAS Kumar Anurag : UPSC की परीक्षा को दुनिया की सबसे टफ परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इसे पास करने का सपना तो हर कोई देखता है लेकिन इसे पास केवल चुनिंदा लोग ही ऐसा कर पाते हैं। क्योकि इसे पास करने के लिए दिन रात मेहनत करनी पड़ती है।

इसके साथ ही लगभग हर विषय का ज्ञान होना भी जरूरी है। अगर कोई यूपीएससी परीक्षा को पास कर लेता है तो आसपास के इलाके में उसके चर्चे शुरू हो जाते हैं। साथ ही बता दें इनमें सफल होने वाले उम्मीदवारों को उनकी रैंक और वरीयता के आधार पर IAS, IPS, IFS आदि पद अलॉट किए जाते हैं।

वहीं इसी बीच आज हम आपको एक ऐसे IAS की सफलता की कहानी बताने जा रहे है जिन्होंने कई बार असफल होने के बाद भी हार नहीं मानी। हम बात कर रहे है आईएएस कुमार अनुराग (IAS Kumar Anurag) की, जिनकी प्रेरक कहानी पढ़कर आप प्रेरणा ले सकते हैं। 

बता दें कि अनुराग ने साल 2018 में यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास कर ऑल इंडिया में 48वीं रैंक हासिल की थी। वह इस समय बिहार के भागलपुर जिले में डीडीसी (DDC) के पद पर तैनात हैं। 

अनुराग की आईएएस ऑफिसर बनने की कहानी काफी असाधारण है क्योंकि उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने के लिए अपनी कई असफलताओं को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। 

अनुराग ने कॉलेज में फेल होने के बावजूद हार नहीं मानी और अपने आईएएस बनने के सपने का पीछा किया और अंतत: IAS का पद भी हासिल कर भी दिखाया। 

बता दें कि अनुराग बिहार के कटिहार जिले के मूल निवासी हैं। अनुराग ने आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई हिन्दी मीडियम से पूरी की थी। हालांकि, इसके बाद हायर एजुकेशन के लिए उन्होंने अपना मीडियम बदल लिया। 

उन्होंने मीडियम बदलने के बाद काफी मेहनत की और कक्षा 10वीं और 12वीं में काफी अच्छा प्रदर्शन किया।  इनको मीडियम बदलने कि वजह काफी दिक्कत्तों का सामना करना पड़ा था। 

इसके बाद में वे अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गए। यहां उन्होंने श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में दाखिला लिया और इकोनॉमिक्स की पढ़ाई की। इसके बाद साल 2016 में उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। 

अनुराग ने पोस्ट-ग्रेजुएशन में दाखिला लेने के बाद ही यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। अनुराग बताते हैं कि सिविल सेवा परीक्षा में उनकी सफलता उनकी तैयारी और रणनीति का नतीजा थी। 

उन्होंने कहा, "उम्मीदवार इस परीक्षा के लिए नए सिरे से शुरुआत करें और अपनी पिछली शैक्षिक पृष्ठभूमि को नजरअंदाज कर दें।  यहां तक कि अगर आपको इस परीक्षा से जुड़े किसी भी विषय के बारे में पहले से नॉलेज नहीं है फिर भी आप इस परीक्षा को पास कर सकते हैं। 

हालांकि, इस परीक्षा में किसी भी उम्मीदवार को जल्दबाजी नहीं दिखानी चाहिए।  बल्कि इसमें प्रत्येक विषय पर अच्छी तरह से रिसर्च कर ज्ञान हासिल करने की जरूरत है। 

Share this story