Chardham Yatra 2025 : PM मोदी के प्रमोशन से चारधाम यात्रा में बंपर बढ़ोतरी, 5 दिन में 7 लाख लोगों ने कराया पंजीकरण

देहरादून : उत्तराखंड की पवित्र चारधाम यात्रा इस बार एक नए जोश और उत्साह के साथ शुरू होने जा रही है। पिछले साल की तुलना में 10 दिन पहले, यानी 30 अप्रैल 2025 से इस यात्रा का शुभारंभ हो रहा है। तीर्थयात्रियों का उत्साह देखते हुए प्रदेश सरकार भी तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ रही। भीड़ प्रबंधन से लेकर सुविधाओं तक, हर पहलू पर बारीकी से काम किया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को एक सुगम और यादगार अनुभव मिले।
पीएम मोदी के प्रमोशन से बढ़ा उत्साह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में 6 मार्च को मुखबा और हर्षिल का दौरा किया। मां यमुना के शीतकालीन गद्दी स्थल और खूबसूरत पर्यटन स्थल हर्षिल की उनकी यात्रा ने चारधाम यात्रा को नई पहचान दी। पीएम ने न सिर्फ शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा दिया, बल्कि चारधाम यात्रा की ब्रांडिंग भी की। उन्होंने देश को बताया कि पिछले एक दशक में चारधाम आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है। इस बार पांच दिनों में ही सात लाख से ज्यादा लोग पंजीकरण कर चुके हैं, जो इस यात्रा की लोकप्रियता का जीता-जागता सबूत है।
इस बार ज्यादा लंबी होगी यात्रा
पिछले साल 2024 में चारधाम यात्रा 10 मई से शुरू हुई थी, जबकि 2023 में यह 22 अप्रैल से आरंभ हुई थी। इस बार 30 अप्रैल से शुरू होने के कारण यात्रा के लिए ज्यादा दिन मिलेंगे। 2023 में रिकॉर्ड 56 लाख से अधिक यात्री उत्तराखंड पहुंचे थे, वहीं 2024 में प्राकृतिक आपदाओं और कम समय के बावजूद 48 लाख से ज्यादा श्रद्धालु आए। इस बार पहले से ज्यादा भीड़ की उम्मीद है, और सरकार इसके लिए पूरी तरह तैयार है।
कब और कहां खुलेंगे कपाट?
चारधाम यात्रा का शेड्यूल भी तय हो चुका है। 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलेंगे, 2 मई को केदारनाथ धाम के, और 4 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इन पवित्र धामों के दर्शन के लिए देश-विदेश से लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
सरकार की तैयारियां और सीएम का संकल्प
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “हमारी सरकार चारधाम यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। पीएम मोदी के प्रमोशन ने यात्रा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। हम श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।” सरकार भीड़ प्रबंधन, सड़क सुधार, और स्वास्थ्य सुविधाओं पर खास ध्यान दे रही है ताकि यात्रियों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
यह यात्रा न सिर्फ आध्यात्मिक महत्व रखती है, बल्कि उत्तराखंड के पर्यटन को भी बढ़ावा देती है। पीएम के दौरे और सरकार की कोशिशों ने इसे और आकर्षक बना दिया है। अगर आप भी इस साल चारधाम यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो जल्दी पंजीकरण कर लें और इस अनोखे अनुभव का हिस्सा बनें।