हिमांचल-उत्तराखंड बॉर्डर पर गौकशी का खेल, पुलिस ने शुरू की बड़ी जांच

देहरादून : देहरादून में नवरात्रि के पावन मौके पर गौ-तस्करी की घटनाओं ने लोगों का गुस्सा भड़का दिया है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की सीमा पर यमुना नदी के किनारे 13 गौवंश के अवशेष मिलने से हड़कंप मच गया। इस संवेदनशील मामले को देखते हुए देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) अजय सिंह ने सख्त रुख अपनाया है।
उन्होंने दो टूक कहा कि जरूरत पड़ी तो दून पुलिस दूसरे राज्यों में जाकर भी गौ-तस्करों पर नकेल कसेगी। यह घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था की चुनौती है, बल्कि सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने की साजिश की आशंका भी जता रही है।
सीमा पर मिले अवशेष, दोनों राज्यों में कार्रवाई
31 मार्च 2025 को विकासनगर के ढकरानी इलाके में यमुना नदी के किनारे गौवंश के अवशेषों की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई। मौके पर पहुंची विकासनगर कोतवाली की टीम ने पाया कि गौवंश को कहीं और काटकर उनके अवशेष यहां फेंके गए थे। यह जगह हिमाचल प्रदेश के पूरूवाला थाना क्षेत्र में पड़ती है, जो उत्तराखंड की सीमा से सटी है।
इस घटना से हिंदू संगठनों में भारी नाराजगी देखी गई। SSP अजय सिंह खुद मौके पर पहुंचे और अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने विकासनगर थाने में मामला दर्ज करने के निर्देश दिए। साथ ही, हिमाचल के सिरमौर जिले के SSP से मुलाकात कर दोनों राज्यों की पुलिस ने मिलकर कार्रवाई का प्लान बनाया। सिरमौर के पूरूवाला थाने में भी इस घटना का केस दर्ज हुआ।
साजिश की आशंका, जांच में जुटी पुलिस
SSP ने साफ किया कि नवरात्रि जैसे पवित्र मौके पर इस तरह की घटना कोई सुनियोजित साजिश हो सकती है। पुलिस अब हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है। गौ-तस्करी और गौकशी के पुराने मामलों में पकड़े गए आरोपियों की कुंडली खंगाली जा रही है। जेल से छूटे या जमानत पर बाहर आए संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। दोनों राज्यों की पुलिस ने आपसी तालमेल से इस मामले को सुलझाने और दोषियों को पकड़ने की ठानी है। SSP ने कहा, “हमारी नजर हर उस शरारती तत्व पर है, जो समाज में अशांति फैलाना चाहता है।”
रायपुर में भी गौवंश अवशेष, केस दर्ज
विकासनगर के बाद अब रायपुर थाना क्षेत्र में भी हलचल मच गई। ईश्वर विहार के एक खाली प्लॉट में एक गौवंश के अवशेष मिलने की खबर से पुलिस तुरंत हरकत में आई। थाना रायपुर में उत्तराखंड गौ संतान संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया। अलग-अलग टीमें बनाकर इस मामले की तह तक जाने की कोशिश शुरू हो गई है। पुलिस का कहना है कि हर संभावित एंगल से जांच की जा रही है, ताकि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।
यह घटना सिर्फ पुलिस की कार्रवाई तक सीमित नहीं है। यह आम लोगों के लिए भी एक चेतावनी है कि समाज में शांति बनाए रखने की जिम्मेदारी हम सबकी है। नवरात्रि जैसे त्योहारों पर भावनाएं ऊंची होती हैं, और ऐसे में शरारती तत्व मौके का फायदा उठा सकते हैं। SSP का सख्त रवैया लोगों को भरोसा देता है कि कानून अपना काम करेगा, लेकिन हमें भी सतर्क रहना होगा।