Dehradun Crime : डोईवाला में हाई-प्रोफाइल फैक्ट्री चोरी का खुलासा, तीन शातिर चोर चढ़े पुलिस के हत्थे

Dehradun Crime : डोईवाला की फैक्ट्री में चोरी का दून पुलिस ने पर्दाफाश किया। तीन शातिर चोर अमन, सचिन, अंकित गिरफ्तार, चोरी के तांबे के तार, सोलर पैनल बरामद। नशे की लत में चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, पुलिस की त्वरित कार्रवाई।
Dehradun Crime : डोईवाला में हाई-प्रोफाइल फैक्ट्री चोरी का खुलासा, तीन शातिर चोर चढ़े पुलिस के हत्थे

Dehradun Crime : देहरादून के डोईवाला क्षेत्र में एक फैक्ट्री में हुई सनसनीखेज चोरी की घटना ने स्थानीय लोगों को हैरान कर दिया था। लेकिन दून पुलिस की तत्परता और सटीक कार्रवाई ने इस मामले का जल्द ही खुलासा कर दिया। पुलिस ने तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से चोरी का सारा माल भी बरामद कर लिया है। इस घटना ने एक बार फिर दून पुलिस की मुस्तैदी को साबित किया है। आइए, इस मामले की पूरी कहानी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में विस्तार से जानते हैं। 

फैक्ट्री में चोरी की वारदात

17 अप्रैल 2025 को डोईवाला कोतवाली में धर्मेंद्र सिंह नेगी, जो देवभूमि इंटरप्राइजेस के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं, ने एक शिकायत दर्ज की। उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी के कुआंवाला स्थित गोदाम में अज्ञात चोरों ने सेंधमारी की। चोरों ने न सिर्फ तार, अर्थिंग रॉड्स, लाइटनिंग अरेस्टर और सोलर पैनल चुराए, बल्कि फैक्ट्री के उपकरणों को भी नुकसान पहुंचाया। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया और मुकदमा संख्या 100/2025, धारा 305ए बीएनएस के तहत जांच शुरू की। यह घटना स्थानीय कारोबारियों के लिए चिंता का विषय बन गई थी, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की गई, जिसे इस चोरी का पर्दाफाश करने और अभियुक्तों को पकड़ने की जिम्मेदारी सौंपी गई। पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और संदिग्धों की तस्वीरें हासिल कीं।

इसके अलावा, पुरानी चोरी की घटनाओं में शामिल रहे अपराधियों और हाल ही में जेल से रिहा हुए लोगों की जानकारी भी जुटाई गई। पुलिस की मेहनत और तकनीकी जांच का नतीजा यह रहा कि 18 अप्रैल 2025 को मुखबिर की सूचना के आधार पर हर्रावाला के चौधरी फार्म से तीन अभियुक्तों - अमन, सचिन और अंकित को गिरफ्तार कर लिया गया। इनके पास से चोरी का सारा माल, जिसमें तांबे के तार, लोहे के एंगल, कॉपर वायर बंडल और एक ग्राइंडर मशीन शामिल थी, बरामद किया गया। बरामद माल की कीमत लगभग 1 लाख रुपये आंकी गई है।

अभियुक्तों का कबूलनामा

पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने बताया कि वे नशे की लत के शिकार हैं और अपनी इस आदत को पूरा करने के लिए चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं। अमन और सचिन चोरी का माल इकट्ठा करते थे, जबकि अंकित, जो कबाड़ का कारोबार करता है, इस माल को खरीदकर आगे बेचता था। हैरानी की बात यह है कि अंकित पहले भी डोईवाला थाने से चोरी के एक मामले में जेल जा चुका है। इस गिरोह ने सुनियोजित तरीके से इस चोरी को अंजाम दिया था, लेकिन पुलिस की सतर्कता ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।

गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण

पुलिस ने जिन तीन अभियुक्तों को पकड़ा, उनकी पहचान इस प्रकार है: अमन (23 वर्ष), सचिन (25 वर्ष), और अंकित (24 वर्ष)। अमन और सचिन कुआंवाला, हर्रावाला के निवासी हैं, जबकि अंकित मूल रूप से बिजनौर का रहने वाला है और वर्तमान में डोईवाला में रहता है। अंकित का आपराधिक इतिहास भी रहा है, जिसमें 2023 में एक गंभीर मामले में उसकी गिरफ्तारी हो चुकी है। इन अभियुक्तों की गिरफ्तारी से क्षेत्र में चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगने की उम्मीद है।

दून पुलिस की सराहना

इस मामले में दून पुलिस की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की स्थानीय लोगों ने जमकर तारीफ की है। पुलिस टीम, जिसमें प्रेम सिंह बिष्ट, देवेंद्र नेगी, दिनेश रावत, तरुण कुमार, गुलशन कुमार, अमित रावत और धर्मेंद्र नेगी शामिल थे, ने अपनी मेहनत और तकनीकी दक्षता से इस मामले को 24 घंटे के भीतर सुलझा लिया। यह घटना न सिर्फ पुलिस की कार्यकुशलता को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि अपराधियों के लिए अब देहरादून में छिपना आसान नहीं है।

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