Dehradun News : राज्य की पहली ऑटोमेटेड पार्किंग तैयार, देहरादून को ट्रैफिक से जल्द मिलेगी आज़ादी

Dehradun News : देहरादून की सड़कों पर हर दिन लगने वाला जाम अब जल्द ही अतीत की बात हो सकता है। जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में राज्य की पहली ऑटोमेटेड मैकेनिकल पार्किंग अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। माननीय मुख्यमंत्री के आधुनिक राज्य के विजन को साकार करने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है।
यह परियोजना न सिर्फ शहरवासियों को ट्रैफिक की समस्या से राहत दिलाएगी, बल्कि कम जगह में ज्यादा सुविधा देने का एक शानदार उदाहरण भी पेश करेगी। आइए, जानते हैं कि यह अनोखी पार्किंग व्यवस्था हमारे लिए क्या खास लेकर आ रही है।
कम जगह, बड़ी राहत: ऑटोमेटेड पार्किंग का जादू
शहर में जगह की कमी एक बड़ी चुनौती है, लेकिन ऑटोमेटेड मैकेनिकल पार्किंग इस समस्या का स्मार्ट समाधान है। यह तकनीक कम स्थान में ज्यादा वाहनों को समायोजित कर सकती है और जरूरत पड़ने पर इसे दूसरी जगह शिफ्ट भी किया जा सकता है। तिब्बती मार्केट में 132 वाहनों, परेड ग्राउंड में 96 वाहनों और कोरोनेशन अस्पताल में 18 वाहनों की क्षमता वाली पार्किंग तैयार की जा रही है।
खास बात यह है कि यह परियोजना कम लागत में ज्यादा फायदा देने का वादा करती है। दिसंबर 2024 में मुख्यमंत्री द्वारा शिलान्यास के बाद से युद्धस्तर पर काम जारी है और अब यह जनता के लिए तैयार होने को है।
कहां-कहां हो रहा काम, क्या है प्रगति?
तिब्बती मार्केट में 6 स्टैक पैलेट और 18 स्टैक सपोर्ट का काम पूरा हो चुका है। परेड ग्राउंड में 8 स्टैक हाइड्रोलिक और 8 स्टैक लेवल-2 पैलेट का निर्माण हो गया है, साथ ही 10 स्टैक सिलेंडर माउंटिंग और 2 पावर पैक भी तैयार हैं। वहीं, कोरोनेशन अस्पताल में भी निर्माण तेजी से आगे बढ़ रहा है। तिब्बती मार्केट और परेड ग्राउंड की पार्किंग जल्द ही आम लोगों के लिए खोल दी जाएगी, जिससे इन इलाकों में जाम की समस्या काफी हद तक कम हो सकेगी।
जाम से आजादी का सपना होगा सच
जिलाधिकारी सविन बंसल का यह इनोवेटिव आइडिया शहर के लिए वरदान साबित होने वाला है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में वाहनों की व्यवस्थित पार्किंग न होने से लोग परेशान रहते हैं। लेकिन अब इस आधुनिक तकनीक से न सिर्फ ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलेगा, बल्कि लोगों को सुगम और परेशानी मुक्त यात्रा का अनुभव भी होगा। यह परियोजना न केवल तकनीकी रूप से उन्नत है, बल्कि पर्यावरण के लिहाज से भी फायदेमंद है, क्योंकि कम जगह में ज्यादा वाहन पार्क होने से सड़कों पर अव्यवस्था कम होगी।
भविष्य की राह पर देहरादून
यह ऑटोमेटेड पार्किंग सिस्टम देहरादून को एक स्मार्ट और आधुनिक शहर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन और डीएम की मेहनत से यह सपना अब हकीकत में बदल रहा है। आने वाले दिनों में जब यह परियोजना पूरी तरह से शुरू होगी, तो शहरवासियों को न सिर्फ बेहतर सुविधा मिलेगी, बल्कि देहरादून का नाम भी आधुनिक तकनीक को अपनाने वाले शहरों में शुमार होगा। तो तैयार हो जाइए, क्योंकि जाम से आजादी का समय अब दूर नहीं!