Dehradun News : नाबालिग से दरिंदगी के बाद छिपा बैठा था शिक्षक! पुलिस ने ऐसे पकड़ा कि सब दंग रह गए

Dehradun News : देहरादून के चकराता थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। एक नाबालिग युवती के साथ दुष्कर्म के मामले में राजकीय प्राथमिक विद्यालय, मंझगांव में कार्यरत शिक्षक पियाराम जोशी को दून पुलिस ने नैनीताल से गिरफ्तार किया है। यह घटना न केवल सामाजिक विश्वास को तोड़ने वाली है, बल्कि शिक्षा जैसे पवित्र पेशे पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। आइए, इस मामले की पूरी कहानी और पुलिस की त्वरित कार्रवाई के बारे में विस्तार से जानते हैं।
घटना का खुलासा
मंझगांव के एक निवासी ने 13 अप्रैल 2025 को चकराता थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में बताया गया कि उनकी नाबालिग बहन के साथ गांव के ही रहने वाले पियाराम जोशी ने जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए। आरोपी ने पीड़िता को धमकी दी कि अगर उसने इस बारे में किसी को बताया तो उसकी जान ले ली जाएगी। इस भयावह घटना ने नाबालिग को इस कदर डराया कि उसने कीटनाशक खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। पीड़िता की हालत गंभीर होने पर परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए भारतीय दंड संहिता की धारा 64, 352, और 351(2)(3) के तहत मुकदमा दर्ज किया। इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने तुरंत कई टीमों का गठन किया और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए सख्त निर्देश जारी किए।
पुलिस की मुस्तैदी
घटना के बाद से ही आरोपी पियाराम जोशी फरार था और अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार ठिकाने बदल रहा था। लेकिन दून पुलिस ने हार नहीं मानी। पुलिस ने सर्विलांस और मुखबिरों के जरिए आरोपी की हर गतिविधि पर नजर रखी। कई दिनों की मेहनत और सटीक जानकारी के आधार पर आखिरकार 16 अप्रैल 2025 को पुलिस ने पियाराम जोशी को नैनीताल के बस स्टैंड से धर दबोचा। इस कार्रवाई में थानाध्यक्ष कालसी दीपक धारीवाल, थानाध्यक्ष चकराता चन्द्रशेखर नौटियाल, और अन्य पुलिसकर्मियों की टीम ने अहम भूमिका निभाई।
समाज में आक्रोश
यह घटना न केवल पीड़िता और उसके परिवार के लिए दुखद है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी भी है। शिक्षक, जो बच्चों के भविष्य को संवारने की जिम्मेदारी लेता है, अगर ऐसी घिनौनी हरकत करेगा तो समाज का विश्वास कैसे बरकरार रहेगा? स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। कई सामाजिक संगठनों ने इस मामले में सख्त कार्रवाई और पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की है।
पुलिस की अपील
दून पुलिस ने इस मामले में अपनी तत्परता से यह साबित किया है कि अपराधी कितना भी छिपने की कोशिश करे, कानून उस तक जरूर पहुंचेगा। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे ऐसी घटनाओं के प्रति जागरूक रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें। साथ ही, पीड़ितों को बिना डर के अपनी बात रखने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
आगे क्या?
पियाराम जोशी को गिरफ्तार कर लिया गया है और अब उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस इस मामले में गहन जांच कर रही है ताकि पीड़िता को पूरा इंसाफ मिल सके। साथ ही, इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सामुदायिक जागरूकता और सख्त कानूनी कदमों की जरूरत पर जोर दिया जा रहा है।