Dehradun News : वीडियो में असली नहीं नकली निकली पिस्टल, लेकिन पुलिस एक्शन था 100% असली!

Dehradun News : देहरादून में नकली पिस्टल लहराते हुए वायरल वीडियो में दबंगई दिखाने वाले 3 युवकों को दून पुलिस ने गिरफ्तार किया। जांच में पिस्टल टॉय गन निकली। एसएसपी के निर्देश पर आईएसबीटी के पास कार्रवाई हुई। वाहन सिंचाई विभाग से अनुबंधित था। शांति भंग के तहत अभियुक्तों पर केस दर्ज।
Dehradun News : वीडियो में असली नहीं नकली निकली पिस्टल, लेकिन पुलिस एक्शन था 100% असली!

Dehradun News : देहरादून की सड़कों पर इन दिनों एक वीडियो ने हंगामा मचा रखा था। कुछ युवक टैक्सी में बैठकर नकली पिस्टल लहराते हुए दबंगई दिखा रहे थे। वाहन पर सरकारी विभाग की पट्टी देखकर लोग हैरान थे कि आखिर ये माजरा क्या है। लेकिन दून पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और फुर्ती दिखाते हुए तीनों शोहदों को धर दबोचा। जांच में पता चला कि जिस पिस्टल से ये लोग धौंस जमा रहे थे, वो असल में एक खिलौने की बंदूक थी। आइए, इस घटना की पूरी कहानी जानते हैं।

वायरल वीडियो ने खोली पोल, पुलिस ने लिया एक्शन

सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में कुछ युवक एक टैक्सी में बैठे थे। वाहन पर सरकारी विभाग की पट्टी लगी थी, जिससे लोगों में भ्रम पैदा हो रहा था। वीडियो में ये लोग नकली पिस्टल लहराते हुए शांति भंग करने की कोशिश कर रहे थे। मामला वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून के संज्ञान में आया।

उन्होंने तुरंत पुलिस टीम को सख्त निर्देश दिए कि इस घटना के पीछे के दोषियों को पकड़ा जाए। पुलिस ने बिना वक्त गंवाए कार्रवाई शुरू की और आईएसबीटी देहरादून के पास से तीनों अभियुक्तों को वाहन समेत गिरफ्तार कर लिया।

खिलौने की गन से मचाया था बवाल

पुलिस की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। वीडियो में जो पिस्टल दिखाई जा रही थी, वो असल में एक टॉय गन थी। इन युवकों ने नकली हथियार के दम पर लोगों को डराने और अपनी दबंगई दिखाने की कोशिश की थी। पुलिस ने तीनों अभियुक्तों—मोहम्मद असलम, बिलाल हुसैन और दानिश—को धारा 170 BNSS के तहत गिरफ्तार किया।

इनके खिलाफ शांति भंग करने के आरोप में वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि ऐसे शरारती तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा, जो समाज में अशांति फैलाने की कोशिश करते हैं।

वाहन का सरकारी कनेक्शन भी आया सामने

जांच के दौरान एक और रोचक तथ्य सामने आया। जिस टैक्सी में ये युवक बैठे थे, वो प्राइवेट वाहन था, लेकिन सिंचाई विभाग में अनुबंधित था। इस जानकारी के बाद पुलिस ने संबंधित विभाग को भी रिपोर्ट भेजने का फैसला किया है, ताकि इस मामले की तह तक जाया जा सके। आखिर एक निजी वाहन पर सरकारी पट्टी का इस्तेमाल कैसे हो रहा था, ये सवाल भी अब उठने लगा है।

समाज में शांति बनाए रखने की अपील

दून पुलिस ने इस घटना को एक सबक के तौर पर पेश किया है। नकली हथियारों के जरिए दबंगई दिखाना न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि समाज के लिए भी खतरनाक हो सकता है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे वीडियो या घटनाओं को देखते ही नजदीकी थाने में सूचना दें, ताकि समय रहते कार्रवाई हो सके। देहरादून पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से लोगों में भरोसा बढ़ा है कि कानून का पालन कराने में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।

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