Dehradun : क्राइम कंट्रोल पर सख्त एसएसपी, थाने में अपराधियों की लिस्ट खंगाली - दिए ये सख्त आदेश

25 मार्च 2025 को SSP देहरादून ने थाना बसंत विहार का वार्षिक निरीक्षण किया। अभिलेख अपडेट, मालखाना निस्तारण, हिस्ट्रीशीटर निगरानी और क्राइम डिटेक्शन किट के इस्तेमाल पर जोर दिया। पुलिस कर्मियों की सुविधाओं और शिकायत निपटारे के लिए समयबद्ध निर्देश दिए गए।
Dehradun : क्राइम कंट्रोल पर सख्त एसएसपी, थाने में अपराधियों की लिस्ट खंगाली - दिए ये सख्त आदेश

देहरादून : 25 मार्च 2025 को देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) ने थाना बसंत विहार का वार्षिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पुलिस कर्मियों की कार्यशैली, थाने की व्यवस्था और अपराध नियंत्रण के तंत्र को करीब से देखा। SSP का मकसद था कि थाने में कामकाज को और बेहतर बनाया जाए ताकि आम जनता को त्वरित और प्रभावी सेवाएं मिल सकें। आइए जानते हैं कि इस निरीक्षण में क्या-क्या हुआ और पुलिस को क्या निर्देश दिए गए।

अभिलेखों को अपडेट रखने पर जोर

निरीक्षण की शुरुआत थाना कार्यालय में रखे अभिलेखों के अवलोकन से हुई। SSP ने सभी दस्तावेजों को नियमित रूप से अपडेट करने के सख्त निर्देश दिए। साथ ही, CCTNS (क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम) के तहत चल रहे कामों की समीक्षा की। उन्होंने NCRB पोर्टल, CM पोर्टल और ई-डिस्ट्रिक्ट जैसे ऑनलाइन माध्यमों से आने वाली शिकायतों और सत्यापन के काम को समय पर निपटाने की हिदायत दी। SSP का कहना था कि तकनीक का सही इस्तेमाल हो तो जनता का भरोसा पुलिस पर और मजबूत होगा।

मालखाने की लंबित समस्याओं का समाधान

मालखाने का दौरा करते हुए SSP ने वहां रखे माल, सरकारी संपत्ति और लावारिस सामानों की स्थिति जांची। उन्होंने पाया कि कई मुकदमों से जुड़ा माल और लावारिस सामान लंबे समय से पड़ा हुआ है। इसे देखते हुए थानाध्यक्ष को त्वरित निस्तारण के लिए कहा गया। साथ ही, मोटर व्हीकल एक्ट (MV Act) से जुड़े मामलों को भी जल्द से जल्द सुलझाने के निर्देश दिए गए। SSP ने साफ कहा कि मालखाने की व्यवस्था दुरुस्त होनी चाहिए, ताकि कानूनी प्रक्रिया में कोई अड़चन न आए।

पुलिस कर्मियों की सुविधाओं पर खास ध्यान

थाना परिसर में कर्मचारियों की बैरक, आवास और भोजनालय का जायजा लेते हुए SSP ने साफ-सफाई और व्यवस्था को दुरुस्त करने पर जोर दिया। भोजनालय में खाने की गुणवत्ता को बेहतर रखने की बात कही गई। उन्होंने कर्मचारियों से उनकी परेशानियों के बारे में भी पूछा और इनके त्वरित समाधान के लिए अधीनस्थ अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी। SSP का मानना है कि अगर पुलिसकर्मी खुशहाल होंगे, तो वे जनता की सेवा बेहतर तरीके से कर पाएंगे।

अपराध रोकथाम के लिए सख्त कदम

निरीक्षण के दौरान SSP ने थाने में मौजूद हथियारों, दंगा नियंत्रण उपकरणों और आपदा राहत सामग्री की जांच की। उन्होंने पुलिसकर्मियों को नियमित रूप से हथियार चलाने का अभ्यास करने और क्राइम डिटेक्शन किट का सही इस्तेमाल सीखने के निर्देश दिए। हिस्ट्रीशीटरों की निगरानी और वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी पर भी खास जोर दिया गया। SSP ने कहा कि अपराध को रोकने के लिए पुलिस को हर वक्त तैयार रहना होगा।

कर्मचारियों के साथ बैठक और अनुशासन की चेतावनी

निरीक्षण के अंत में SSP ने सभी पुलिसकर्मियों के साथ बैठक की। इस दौरान अपराध नियंत्रण, शिकायतों का निपटारा और कोर्ट से आने वाले पत्रों को समय पर निपटाने की बात कही गई। उन्होंने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि उनके हितों के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा, लेकिन साथ ही चेतावनी भी दी कि अनुशासन तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

यह निरीक्षण न सिर्फ थाना बसंत विहार की कार्यप्रणाली को बेहतर करने की दिशा में एक कदम है, बल्कि यह भी दिखाता है कि पुलिस जनता की सुरक्षा और सेवा के लिए कितनी गंभीर है।

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