चोरी और हथियारों के मामले में लिप्त अपराधी पर बड़ी कार्रवाई, पुलिस ने दिखाया जिले से बाहर का रास्ता

दून पुलिस ने गुंडा अधिनियम के तहत आदतन अपराधी अनुज को जिला बदर किया। चोरी और शस्त्र अधिनियम के कई मामलों में लिप्त अनुज को 6 महीने के लिए देहरादून से बाहर सहारनपुर छोड़ा गया। नेहरू कॉलोनी पुलिस की सख्त कार्रवाई से अपराध पर लगाम और जनता में राहत।
चोरी और हथियारों के मामले में लिप्त अपराधी पर बड़ी कार्रवाई, पुलिस ने दिखाया जिले से बाहर का रास्ता

देहरादून की सड़कों पर अपराध का साया कम करने के लिए पुलिस ने एक बार फिर कड़ा रुख अपनाया है। हाल ही में थाना नेहरू कॉलोनी की पुलिस ने गुंडा अधिनियम के तहत एक शातिर अपराधी को जिले से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इस कार्रवाई से न सिर्फ स्थानीय लोगों में राहत की सांस ली है, बल्कि अपराधियों के मन में भी खौफ पैदा हो गया है। आइए, जानते हैं इस घटना के पीछे की पूरी कहानी।

अपराध की दुनिया का पुराना खिलाड़ी

हम बात कर रहे हैं अनुज की, जो शीतला विहार, अजबपुर का रहने वाला है और उम्र महज 30 साल। लेकिन इस छोटी-सी उम्र में अनुज ने अपराध की ऐसी लंबी फेहरिस्त तैयार की है, जो किसी को भी हैरान कर दे। चोरी से लेकर हथियारों के अवैध कब्जे तक, उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, अनुज के नाम पर सात आपराधिक मामले पंजीकृत हैं, जिनमें चोरी (धारा 380/411 भादवि) और शस्त्र अधिनियम (धारा 4/25) जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं। बार-बार अपराध में लिप्त होने की वजह से उसे "आदतन अपराधी" का तमगा मिल चुका है।

पुलिस की सख्ती और जिला बदर का फैसला

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून ने सभी थाना प्रभारियों को साफ निर्देश दिए थे कि अपने-अपने इलाकों में अपराधियों पर नकेल कसी जाए। इसी कड़ी में नेहरू कॉलोनी पुलिस ने अनुज के खिलाफ गुंडा अधिनियम की धारा 3(1) के तहत रिपोर्ट तैयार की और उसे जिला मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। मजिस्ट्रेट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अनुज को छह महीने के लिए देहरादून जिले से बाहर करने का आदेश दिया। 31 मार्च 2025 को पुलिस ने इस आदेश का पालन करते हुए अनुज को आशारोड़ी बॉर्डर से उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में छोड़ दिया। उसे सख्त हिदायत दी गई कि अगले छह महीनों तक वह देहरादून की सीमा में कदम न रखे, वरना और सख्त कार्रवाई होगी।

सहारनपुर पुलिस को भी अलर्ट

दून पुलिस ने इस मामले में कोई ढिलाई नहीं बरती। अनुज के आपराधिक इतिहास और जिला बदर के फैसले की पूरी जानकारी सहारनपुर पुलिस को दे दी गई, ताकि वहां भी उसकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। यह कदम न सिर्फ देहरादून की सुरक्षा के लिए उठाया गया, बल्कि पड़ोसी इलाकों को भी सतर्क करने की मंशा से किया गया।

आम जनता के लिए राहत की खबर

यह कार्रवाई स्थानीय लोगों के लिए किसी अच्छी खबर से कम नहीं है। नेहरू कॉलोनी और आसपास के इलाकों में अनुज जैसे अपराधियों की मौजूदगी से लोग परेशान थे। अब पुलिस की इस सख्ती से न सिर्फ अपराध पर लगाम लगेगी, बल्कि आम नागरिकों का भरोसा भी प्रशासन पर बढ़ेगा। यह दर्शाता है कि देहरादून पुलिस अपराध को जड़ से खत्म करने के लिए कितनी गंभीर है।

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