सीएम धामी ने इसरो वैज्ञानिकों को सेवानिवृत्ति के बाद दिया उत्तराखंड में बसने का न्योता

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंद्रयान तीन मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाले वैज्ञानिकों और तकनीशियनों की टीम को उत्तराखंड में बसने का निमंत्रण दिया है। सरकार हर संभव सुविधा देगी।

सीएम धामी ने इसरो वैज्ञानिकों को सेवानिवृत्ति के बाद दिया उत्तराखंड में बसने का न्योता

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंद्रयान तीन मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाले वैज्ञानिकों और तकनीशियनों की टीम को उत्तराखंड में बसने का निमंत्रण दिया है। इसके लिए उत्तराखंड सरकार हर संभव सुविधा महैया कराएगी।

चंद्रयान अभियान में जुटी इसरो टीम को शुभकामनाएं देते हुए सीएम धामी ने कहा कि मिशन में शामिल वैज्ञानिक और तकनीशियनों की टीम का देवभूमि उत्तराखंड की धरती पर स्वागत है। 

इसरो टीम के सदस्य कभी भी यहां आकर राज्य का आतिथ्य स्वीकार कर सकते हैं। साथ ही कहा कि टीम के सदस्य यदि अभी या अपनी सेवानिवृत्ति के बाद भी यहां बसने का निर्णय लेंगे तो राज्य सरकार इस कार्य में उन्हें पूरा सहयोग देगी।

इस काम में उन्हें कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। धामी ने कहा कि इस टीम ने देश को गौरवान्वित किया है, इस उपलब्धि से भारत का नाम पूरे विश्व में हुआ है। इसलिए टीम के सदस्य यहां आकर, देवभूमि का आतिथ्य स्वीकार करने के साथ ही यहां के युवाओं और वैज्ञानिक समुदाय का भी मार्गदर्शन कर सकते हैं।

सीएम धामी ने बताया कि राज्य सरकार उत्तराखंड में वैज्ञानिक शोध को बढ़ावा देते हुए, यहां होने वाले अध्ययन और रिसर्च को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाना चाहती है। इसके लिए सरकार के स्तर से कई नीतिगत कार्य किए जा रहे हैं।

भारत दुनिया में हर क्षेत्र में अग्रणी बनने की ओर अग्रसर

मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि चंद्रयान की दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग से भारत ऐसा करने वाला विश्व का पहला देश बन गया है। उन्होंने इस ऐतिहासिक सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इसरो के वैज्ञानिकों की टीम को बधाई व शुभकामनाएं दीं।

मुख्यमंत्री धामी ने बुधवार शाम को सचिवालय स्थित वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार में राजीव गांधी आवासीय नवोदय विद्यालय ननूरखेड़ा व नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय विद्यालय बनियावाला के छात्र-छात्राओं के साथ चंद्रयान की सफल लैंडिंग का सजीव प्रसारण देखा।

छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया के हर क्षेत्र में नंबर एक बनने की दिशा में अग्रसर है। एक समय हमारे देश को सपेरों का देश कहा जाता था, आज विज्ञान के क्षेत्र में देश नंबर -1 बना है।

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