Uttarakhand News : स्कूल गया बेटा लौटा नहीं… फिर मिली लाश! रुद्रपुर में 15 साल के अंकित की रहस्यमयी मौत

Uttarakhand News : रुद्रपुर के सिडकुल में 15 वर्षीय अंकित गंगवार का शव मिलने से हड़कंप मच गया। स्कूल जाने वाला किशोर की गला दबाकर हत्या की आशंका। पुलिस जांच में जुटी, परिवार सदमे में। उत्तराखंड में अपराध ने बढ़ाई चिंता। ट्रांजिट कैंप में दहशत, लोग बच्चों की सुरक्षा को लेकर सतर्क।
Uttarakhand News : स्कूल गया बेटा लौटा नहीं… फिर मिली लाश! रुद्रपुर में 15 साल के अंकित की रहस्यमयी मौत

Uttarakhand News : उत्तराखंड के रुद्रपुर शहर में उस समय सनसनी फैल गई, जब सिडकुल के पास एक सुनसान मैदान में 15 वर्षीय किशोर का शव पाया गया। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। मृतक की पहचान अंकित गंगवार के रूप में हुई, जो आजादनगर ट्रांजिट कैंप का निवासी था। यह घटना न केवल परिवार के लिए एक बड़ा झटका है, बल्कि पूरे इलाके में डर और सवालों का माहौल पैदा कर रही है।

सुबह स्कूल गया, दोपहर में मिला शव

अंकित के पिता देव दत्त गंगवार ने बताया कि उनका बेटा सुबह स्कूल के लिए घर से निकला था। वह ट्रांजिट कैंप के पास एक स्कूल में सातवीं कक्षा का छात्र था। रोज की तरह उस दिन भी अंकित ने स्कूल यूनिफॉर्म पहनी और बैग लेकर घर से निकला। लेकिन दोपहर में एक रिश्तेदार का फोन आया, जिसमें बताया गया कि अंकित का शव सिडकुल के पास एक मैदान में पड़ा है। यह सुनकर परिवार सदमे में आ गया। देव दत्त ने कहा, "हमें समझ नहीं आ रहा कि वह स्कूल के बजाय उस सुनसान जगह पर कैसे पहुंचा।"

हत्या की आशंका, पुलिस जांच में जुटी

पुलिस को प्रारंभिक जांच में संदेह है कि अंकित की गला दबाकर हत्या की गई हो। मौके पर पहुंची पुलिस टीम, जिसमें एसपी क्राइम नीहारिका तोमर और सीओ पंतनगर डीआर टम्टा शामिल थे, ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू की। यह जानने की कोशिश की जा रही है कि आखिर अंकित उस जगह कैसे पहुंचा और इस घटना के पीछे का कारण क्या है।

समुदाय में दहशत, सवाल बरकरार

इस घटना ने रुद्रपुर के स्थानीय समुदाय में डर का माहौल पैदा कर दिया है। माता-पिता अब अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। लोग सवाल उठा रहे हैं कि एक स्कूल जाने वाला बच्चा दिनदहाड़े ऐसी जगह कैसे पहुंच गया, जहां उसका कोई काम नहीं था। क्या यह एक सुनियोजित अपराध था या फिर कोई और रहस्य? पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की तह तक जाया जाएगा और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

एक परिवार का दर्द

अंकित का परिवार इस दुख से उबरने की कोशिश कर रहा है। देव दत्त ने बताया कि अंकित एक होनहार और खुशमिजाज बच्चा था, जो पढ़ाई में अच्छा था। उसका सपना बड़ा होकर अपने परिवार का नाम रोशन करना था। लेकिन इस घटना ने उनके सारे सपनों को चकनाचूर कर दिया। परिवार और पड़ोसियों का कहना है कि अंकित का किसी से कोई झगड़ा या दुश्मनी नहीं थी। फिर यह हादसा कैसे हुआ, यह सवाल सभी के मन में कौंध रहा है।

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