8th Pay Commission: सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में इतनी होगी बढ़ोतरी, देखें नया फिटमेंट फैक्टर

केंद्र सरकार ने आठवें वेतन आयोग की घोषणा की, कर्मचारियों की सैलरी में 157% तक बढ़ोतरी संभव। फिटमेंट फैक्टर 2.57 से 2.86 तक जाने की मांग।
8th Pay Commission: सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में इतनी होगी बढ़ोतरी, देखें नया फिटमेंट फैक्टर
हाइलाइट्स:
केंद्र सरकार ने जनवरी 2025 में आठवें वेतन आयोग के गठन का ऐलान किया, जिससे सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी की उम्मीद जगी है। JCM-NC ने फिटमेंट फैक्टर 2.57 या इससे अधिक करने की मांग की है, जिससे न्यूनतम वेतन 18,000 से बढ़कर 46,260 रुपये और पेंशन 23,130 रुपये तक हो सकती है।

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने जनवरी 2025 में आठवें वेतन आयोग के गठन की घोषणा की, जिसने सरकारी कर्मचारियों के बीच उत्साह की लहर दौड़ा दी है। इस ऐलान के बाद हर कोई यह जानने को उत्सुक है कि उनकी सैलरी में कितनी बढ़ोतरी हो सकती है।

कर्मचारियों के लिए यह खबर किसी उम्मीद की किरण से कम नहीं, क्योंकि इससे उनकी आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव आने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम न केवल कर्मचारियों के जीवन स्तर को बेहतर करेगा, बल्कि अर्थव्यवस्था को भी गति देगा।

नेशनल काउंसिल-जॉइंट कंसल्टेटिव मशीनरी (JCM-NC) ने फिटमेंट फैक्टर को 2.57 या इससे अधिक करने की मांग उठाई है। यह वही फिटमेंट फैक्टर है, जो सातवें वेतन आयोग में लागू किया गया था। JCM-NC के सचिव शिव गोपाल मिश्रा ने बताया कि इस बार भी फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाने की जरूरत है ताकि कर्मचारियों को महंगाई और बदलते समय के हिसाब से उचित वेतन मिल सके। उनका कहना है कि यह मांग कर्मचारियों के हित में एक ठोस कदम होगी।

फिटमेंट फैक्टर को समझें तो यह सैलरी निर्धारण का एक अहम हिस्सा है। अगर आठवें वेतन आयोग में इसे 2.57 लागू किया जाता है, तो कर्मचारियों की सैलरी में करीब 157% की बढ़ोतरी होगी। उदाहरण के लिए, यदि किसी कर्मचारी का वेतन अभी 18,000 रुपये महीना है, तो यह बढ़कर 46,260 रुपये तक पहुंच सकता है। इतना ही नहीं, न्यूनतम पेंशन भी 23,130 रुपये प्रति माह तक हो सकती है। यह बदलाव कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा।

सातवें वेतन आयोग की बात करें तो इसे 1 जनवरी 2016 को लागू किया गया था, जब फिटमेंट फैक्टर 2.57 था। तब कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 18,000 रुपये तय की गई थी। अब अगर आठवें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.86 होता है, तो बेसिक सैलरी 46,260 रुपये तक जा सकती है। हालांकि, पूर्व वित्त सचिव सुभाष गर्ग ने इसे लागू करना चुनौतीपूर्ण बताया है। उनका मानना है कि सरकार के लिए यह फैसला आसान नहीं होगा।

JCM-NC के सचिव शिव गोपाल मिश्रा ने अपनी मांग को दोहराते हुए कहा कि फिटमेंट फैक्टर 2.57 से कम नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि सातवें वेतन आयोग में भारतीय श्रम सम्मेलन और न्यूनतम जीवन यापन वेतन के सिद्धांतों को अपनाया गया था, जिसे अब भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। यह मांग कर्मचारियों की मेहनत और जरूरतों को सम्मान देने का एक तरीका है।

Share this story