Ghaziabad Viral Video: बीच सड़क पुलिस पर हमला, हिस्ट्रीशीटर ने सिपाही को मारी गोली

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद (Ghaziabad) जिले में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने न केवल स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर दिया, बल्कि पूरे प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया। यहाँ कानून के रक्षक, जो समाज को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी निभाते हैं, खुद अपराधियों के निशाने पर आ गए।
एक कुख्यात हिस्ट्रीशीटर (Historysheeter) को गिरफ्तार कर थाने ला रही पुलिस टीम पर उसके गिरोह ने सुनियोजित तरीके से हमला कर दिया। इस हमले में पथराव, गोलीबारी और अराजकता का माहौल बन गया, जिसके परिणामस्वरूप एक सिपाही की जान चली गई। यह घटना न केवल दुखद है, बल्कि यह समाज में बढ़ते अपराध और बेखौफ अपराधियों की मानसिकता को उजागर करती है।
सुनियोजित हमले ने उड़ाए पुलिस प्रशासन के होश
जानकारी के अनुसार, गाजियाबाद पुलिस (Ghaziabad Police) एक कुख्यात अपराधी को पकड़कर थाने की ओर जा रही थी। रास्ते में अचानक हिस्ट्रीशीटर के साथियों ने पुलिस वाहन पर हमला बोल दिया। पहले पत्थरों की बौछार की गई, जिसके बाद अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले में हिस्ट्रीशीटर ने भी अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिस पर गोली चलाई।
इस गोलीबारी में एक सिपाही को गंभीर चोटें आईं और अस्पताल पहुँचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। यह घटना इतनी तेजी से घटी कि पुलिस को संभलने का मौका तक नहीं मिला। इस निर्मम हमले ने न केवल पुलिस बल की सुरक्षा पर सवाल उठाए, बल्कि आम जनता के मन में भी डर पैदा कर दिया।
योगी सरकार पर सवालों की बौछार
इस घटना ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) की कानून व्यवस्था को फिर से कटघरे में खड़ा कर दिया है। सोशल मीडिया (Social Media) पर लोग अपनी भड़ास निकाल रहे हैं और सवाल पूछ रहे हैं कि जब पुलिसकर्मी ही सुरक्षित नहीं हैं, तो आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या होगा?
एक यूजर ने गुस्से में लिखा, "मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) जी, क्या आपकी सरकार वाकई अपराधियों पर नकेल कस पा रही है? अगर हाँ, तो ऐसी घटनाएँ क्यों हो रही हैं?" एक अन्य यूजर ने तंज कसते हुए कहा, "जब रक्षक ही शिकार बन जाएँ, तो भला आम जनता किससे उम्मीद करे?" ये प्रतिक्रियाएँ दर्शाती हैं कि जनता का भरोसा सरकार की कानून व्यवस्था पर डगमगा रहा है।
पुलिस की तलाशी तेज, हमलावर अब भी फरार
इस भयावह घटना के बाद गाजियाबाद पुलिस प्रशासन (Ghaziabad Police Administration) में हड़कंप मच गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी (Senior Police Officers) तुरंत घटनास्थल पर पहुँचे और मामले की गहन जाँच शुरू की। आसपास के इलाकों में नाकाबंदी कर दी गई है और हिस्ट्रीशीटर व उसके साथियों की तलाश में पुलिस की कई टीमें दिन-रात काम कर रही हैं।
बदमाशों ने सिपाही की गोली मारकर की हत्या
— UP Congress (@INCUttarPradesh) May 26, 2025
गाजियाबाद में पुलिस एक हिस्ट्रीशीटर को पकड़कर ले जा रही थी, तभी उसके साथियों ने पुलिस की टीम पर पथराव कर दिया।
इसी बीच मौका पाकर हिस्ट्रीशीटर ने अपने साथियों संग पुलिस पर फायरिंग कर दी, जिसमें एक सिपाही की गोली लगने से मौत हो गई।… pic.twitter.com/WYDI1yOeK2
लेकिन अभी तक हमलावर फरार हैं, जिससे जनता में और अधिक आक्रोश बढ़ रहा है। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर कब तक अपराधी इस तरह बेखौफ रहेंगे?
अपराधियों में कानून का डर खत्म?
यह घटना इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अपराधी अब कानून से बिल्कुल नहीं डरते। दिनदहाड़े एक पुलिसकर्मी की हत्या (Police Constable Murder) न केवल एक अपराध है, बल्कि यह समाज में बढ़ती अराजकता और अपराधियों के हौसले को दर्शाता है।
यह सवाल उठता है कि आखिर क्यों अपराधी इतने बेखौफ हो गए हैं? क्या कानून व्यवस्था में कोई कमी है, या फिर अपराधियों को सजा देने में देरी हो रही है? यह घटना सरकार और पुलिस प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि अब सख्त कदम उठाने का वक्त आ गया है।